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    लोगों पर सवार है AI का फितूर! वर्कफ्लो बढ़ाने के लिए जमकर किया जा रहा जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल- रिपोर्ट

    Updated: Sun, 19 May 2024 03:00 PM (IST)

    इस तकनीक की दखलअंदाजी आम जीवन में किस तेजी से बढ़ रही है उसको जानने के लिए आपको माइक्रोसॉफ्ट और लिंक्डइन की वर्क ट्रेंड इंडेक्स एनुअल रिपोर्ट 2024 देखनी चाहिए। जिसके मुताबिक हर 4 में से 3 लोग ग्लोबली जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल अपनी प्रोडक्टिविटी और वर्कफ्लो बढ़ाने के लिए कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में कई और बातों का जिक्र किया गया है।

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    पिछले 6 महीनों में जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल बढ़ा है।

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। पिछले एक डेढ़ साल के भीतर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दायरा तेजी से बढ़ा है। जिस काम को निपटाने में पहले घंटों का समय खर्च होता था वह अब मिनटों में या कहें सेकेंडों में पूरा हो जाता है। यह सब इस तकनीक के कारण ही संभव हो पाया है।

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    तकनीक की दखलअंदाजी आम जीवन में किस तेजी से बढ़ रही है, उसको जानने के लिए आपको माइक्रोसॉफ्ट और लिंक्डइन की वर्क ट्रेंड इंडेक्स एनुअल रिपोर्ट 2024 (2024 Work Trend Index Annual Report) देखनी चाहिए। जिसके मुताबिक, हर 4 में से 3 लोग ग्लोबली जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में कई और बातों का जिक्र किया गया है।

    लोगों पर सवार है AI का फितूर...

    माइक्रोसॉफ्ट और लिंक्डइन की वर्क ट्रेंड इंडेक्स एनुअल रिपोर्ट 2024 में कहा गया है कि जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल पिछले 6 महीनों में लगभग दोगुना हो गया है। 75 प्रतिशत नॉलेज वर्कर्स ऐसे हैं जो अपने काम में इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 92 फीसदी भारतीय नॉलेज वर्कर्स हैं जो अपने काम में जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं।

    इम्प्लॉई अपनी प्रोडक्टिविटी और वर्कफ्लो को बढ़ाने के लिए अलग-अलग एआई टूल्स का सहारा ले रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 72% भारतीय AI यूजर्स काम करने के लिए अपना खुद का AI (BYOAI) ला रहे हैं।

    4 में 3 लोग कर रहे एआई का इस्तेमाल

    एआई लाइफ का एक अहम हिस्सा बन गया है। वर्तमान में हर 4 में से 3 नॉलेज वर्कर्स अपने काम जल्दी और कुशलता के साथ करने के लिए एआई की मदद ले रहे हैं। डेली टास्क को पूरा करने के लिए पिछले 6 महीनों में यूजर्स ने इस तकनीक को अपनाया है।

    1. 90 प्रतिशत लोगों ने माना है कि एआई से उनके समय की बचत होती है।
    2. 85% यूजर्स मानते हैं कि इस टेक्नोलॉजी के कारण वह अपने जरूरी काम को और भी फोकस के साथ कर पाते हैं।
    3. 84 प्रतिशत यूजर्स ने माना है कि एआई से उनकी क्रिएटिविटी बूस्ट होती है।
    4. 83 प्रतिशत यूजर्स ऐसे हैं जो इसका तकनीक को अपने काम में इंजॉय करते हैं।

    रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च में टीम यूजर्स ने 8 घंटे की माटिंग की समरी पाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के लिए कोपायलेट का इस्तेमाल किया।

    बताने से बचने हैं अधिकतर यूजर्स

    छोटी और मीडियम कंपनियों में इम्प्लॉई एआई तकनीक को इस्तेमाल करने पर जोर दे रहे हैं। अपने काम को बेहतर तरीके से करने के लिए अधिकतर यूजर्स ऐसे हैं, जो खुद के एआई BYOAI (Bring Your Own AI) को यूज कर रहे हैं। 78 फीसदी ऐसे हैं जो इस प्रैक्टिस में पूरी तरह इंगेज हैं।

    रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भले ही यूजर्स अपने काम को करने के लिए एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन वह इस बारे में जिक्र करने से झिझकते हैं। 52% यूजर्स महत्वपूर्ण कार्यों के लिए एआई का उपयोग करने का खुलासा करने से बचते हैं। उन्हें लगता है कि इस वजह से लोग उन्हें कम योग्य समझेंगे।

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