MWC 2018 में स्मार्टफोन लॉन्च के अलावा भी बहुत कुछ होगा खास, जानिए
इस साल के मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस 2018 में काफी कुछ खास होने वाला है, जानिए
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस की शुरूआत होने जा रही है। हर साल आयोजित होने वाला यह टेक इवेंट इस साल 26 फरवरी से शुरू होकर 1 मार्च तक चलेगा। हम अपनी इस खबर में आपको बताएंगे कि इस साल इस इवेंट में क्या कुछ खास होने वाला है। जहां सभी आपको ये बता रहे हैं कि इस इवेंट में कौन-कौन से लॉन्च होने वाले हैं। वहीं, हम आपको बताएंगे कि इस साल का मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस किस तरह से अलग होगा?
साल 2018 के मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस को 8 इवेंट थीम्स में बांटा गया है। इससे इंडस्ट्री, मीडिया ओर यूजर्स सभी को अपनी पसंद का विषय चुनने में आसानी होगी। ये थीम्स फ्यूचर विजन को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। आइए जानते हैं कि इस साल के मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में टेक्नोलॉजी क्षेत्र में क्या खास देखने को मिल सकता है:
4th इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन:
इंटरनेट ऑफ थिंग्स में बढ़ती हुई ग्रोथ को देखते हुए अब लोगों की निगाहें इस टेक्नोलॉजी पर टिकी है। मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस की एक थीम इसी पर आधारित है। ट्रांसपोर्ट को लेकर हम आपस में किस तरह बात करते हैं?, डिवाइसेज कैसे स्मार्ट हो रही हैं? टेक्नोलॉजी के जरिये कैसे सब ऑटोमेटेड हो रहा है? यह थीम इसी के इर्द-गिर्द घूमेगी। यह थीम इंटरनेट ऑफ थिंग्स की मदद से बढ़ते टेक्नोलॉजी ट्रेंड्स, डिजिटल ऑटोमेटेड दुनिया पर इसके प्रभाव, राष्ट्रीय सरकारों की इसको लेकर उम्मीद आदि पर निर्भर रहेगा।
फ्यूचर सर्विस प्रोवाइडर:
वर्तमान समय की जरुरत यह है कि ऑपरेटर्स यह निर्णय लें की उन्हें आगे क्या करना है? उनकी योजनाएं क्या है? 5G का आने वाले समय में क्या प्रभाव रहेगा, मशीन लर्निंग ओर डिजिटाइजेशन किस तरह से पेश किया जाएगा? उसे किफायती कैसे बनाया जाएगा? इस थीम का मतलब यह है की दुनिया को डिजिटल बनाने वाले सेवा प्रदाताओं की भविष्य में टेक्नोलॉजी को लेकर क्या योजनाएं हैं? उन्हें अपनाया कैसे जाएगा? लोगों तक पहुंचाया कैसे जाएगा आदि।
द नेटवर्क:
नेटवर्क का मतलब 5G और LTE से लेकर रेडियो स्पेक्ट्रम, नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर, बिलिंग, कस्टमर केयर और बहुत कुछ से है। नेटवर्क टेक्नोलॉजी में बहुत तेजी से बदलाव आ रहा है। यह थीम पता लगाएगी कि इस क्षेत्र में क्या संभावनाएं और क्या मुश्किलें हैं?
डिजिटल कंज्यूमर:
उपभोक्ता को अपने साथ बनाए रखने की प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है। ऐसे में यह थीम गहराई में यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि डिजिटल कंज्यूमर क्या चाहता है? उपभोक्ता के साथ किस तरह सम्बन्ध बढ़ाए जा सकते हैं और उन्हें कैसे साथ बने रहने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। इसमें यूजर्स को यह पता चलेगा की कंपनियां आने वाले समय में डिजिटली किस तरह काम करेंगी।
टेक इन सोसाइटी:
कनेक्टेड टेक्नोलॉजीज में समाज को देने के लिए बहुत कुछ होता है। इससे बेहतर सरकार, ट्रांसपोर्ट, सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, कला, वातावरण आदि बहुत से क्षेत्रों में बड़े स्तर पर काम किए जा सकते हैं। लेकिन किसी भी टेक्नोलॉजी का बिना दिशा-निर्देशों के इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है। इस थीम में इस बात पर ही गौर किया जाएगा की किस तरह इनका इस्तेमाल सही तरीके से करके बेहतर भविष्य बनाया जा सकता है और किस तरह इसे गलत रास्ते पर जाने से रोका जा सकता है।
कंटेंट और मीडिया:
ऑनलाइन सेवाओं का दौर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कंटेंट की खपत रीडर्स द्वारा ऑनलाइन अधिक की जा रही है। लेकिन इससे कंटेंट को मैनेज करना भी मुश्किल हो गया है। जो इसे ठीक ढंग से कर लेता है वो सफल हो जाता है। इस थीम में वर्चुअल रियालिटी, कंटेंट राइट्स, प्रोडक्शन, पार्टनरशिप आदि मुख्य क्षेत्रों पर फोकस किया जाएगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस:
मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है। इसका कारण भी है। इस टेक्नोलॉजी से न केवल प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि इससे टेक्नोलॉजीज को कनेक्ट भी किया जा सकेगा। इस थीम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अच्छे और बुरे दोनों ही पहलुओं पर गौर किया जाएगा।
इनोवेशन:
टेक्नोलॉजी का दूसरा नाम ही इनोवेशन है। हमेशा कुछ नया खोजना और उससे काम को आसान करना ही इनोवेशन है। इसे प्रोडक्ट, प्रक्रियाओं, सेवाओं और टेक्नोलॉजी के जरिए पूरा किया जाता है। इनोवेशन थीम में ऊपर बताई गई थीम्स में से कुछ भी सम्मिलित हो सकता है।
तो ये थीं वो 8 थीम्स जिनके ऊपर इस बार का मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस 2018 निर्भर है। इस इवेंट में आपको सिर्फ नए स्मार्टफोन लॉन्चेज ही देखने को नहीं मिलेंगे बल्कि टेक्नोलॉजी और हमारे भविष्य से जुडी भी कई जानकारियां मिलने की संभावनाएं हैं।