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    108MP कैमरा नहीं बल्कि 12MP कैमरा वाला फोन करेगा आपकी जरूरत को पूरा, ये हैं बड़ी वजह

    By Ajay VermaEdited By:
    Updated: Tue, 31 Aug 2021 03:29 PM (IST)

    आजकल लगभग सभी कंपनियां कम कीमत में 108MP का कैमरा दे रही हैं। लेकिन Apple और Samsung जैसी कंपनियां भी अब भी फ्लैगशिप फोन में 12MP का कैमरा दे रही है। हम आपको उन बड़ी वजह के बारे में बताएंगे जो 12MP को 108MP की तुलना में बेहतर बनाती हैं।

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    मोबाइल कैमरा की प्रतिकात्मक फोटो दैनिक जागरण की है

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। 2021 की शुरुआत से शाओमी और मोटोरोला जैसी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों ने 108MP कैमरे वाले डिवाइस ग्लोबल बाजार में उतारे हैं। हालांकि, ऐप्पल और सैमसंग अब भी अपने फ्लैगशिप डिवाइस में 12MP का कैमरा दे रही हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्यों ये दिग्गज कंपनियां अपने डिवाइस में 12MP का कैमरा दे रही हैं और यह 108MP के मुकाबले बेहतर क्यों है। इसका जवाब आपको हमारी इस खबर में मिलेगा। हम आपको यहां पांच ऐसे प्वाइंट बताएंगे, जो ये साबित करेंगे कि 12MP का लेंस 108MP की तुलना में बेहतर है।

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    क्वालिटी बनाम Quantity पिक्सल

    सबसे पहले आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक मेगापिक्सल एक मिलियन के बराबर ग्राफिक रिजॉल्यूशन की एक इकाई है, उदाहरण के लिए एक 12MP कैमरे में 12 मिलियन पिक्सल होते हैं। ऐप्पल और सैमसंग माइक्रोन पिक्सल की क्वालिटी को बेहतर बनाने पर जोर दे रही हैं। न कि Quantity पर। इससे फायदा यह होगा कि 12MP का लेंस बेहतर फोटो कैप्चर करेगा। फोन की क्षमता में भी सुधार होगा। ऐसे में जब भी आप स्मार्टफोन खरीदने जाएं, तो उसकी कैमरा क्वालिटी पर ध्यान दें।

    इमेज साइज और स्टोरेज

    108MP के लेंस से क्लिक की गई तस्वीर का साइज 25 से 30MB होता है। यह लेंस ज्यादा प्रोसेसिंग पावर, स्टोरेज और टाइम कंज्यूम करता है, जिससे बैटरी पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में 12MP के लेंस का उपयोग करना चाहिए, क्योंकि इससे क्लिक की गई तस्वीर का साइज कम होता है और यह कम स्टोरेज का उपयोग करता है। यही कारण है कि ऐप्पल और सैमसंग अपने फ्लैगशिप डिवाइस बेहतर क्वालिटी का 12MP का कैमरा दे रही हैं।

    Pixel Binding तकनीक

    108MP कैमरे के लिए इस प्रकार की तकनीक की आवश्यकता होती है क्योंकि इसकी संख्या अधिक होती है। वास्तविक पिक्सल आकार कम है। इसका मतलब है कि इसमें कम रोशनी आती है और कम रोशनी में इमेज की गुणवत्ता वास्तव में प्रभावित होती है। लेकिन कई स्मार्टफोन 9 पिक्सल को 1 में मिलाने के लिए Binding तकनीक का उपयोग करते हैं और कम रोशनी-गतिशील रेंज प्राप्त करने के लिए 108MP कैमरे से 12MP छवि बनाते हैं। इसलिए भले ही आपके फोन के पीछे 108MP का कैमरा लगा हो, शटर बटन दबाने पर आपको वास्तव में केवल 12MP की तस्वीरें ही मिलेंगी।

    Micron Pixel पर दें ध्यान

    108MP लेंस में 0.8MP माइक्रोन पिक्सल होते हैं। इसका मतलब है कि सिंगल-पिक्सल को सही इमेज क्लिक करने के लिए पर्याप्त रोशनी नहीं मिलती है। वहीं, दूसरी तरफ iPhone में 1.4µm है। इसका मतलब है कि प्रत्येक पिक्सल में कम रोशनी में भी अच्छी तस्वीर क्लिक करने की बेहतर क्षमता होती है।