क्या आप भी बैटरी देखकर खरीदते हैं Smartphone, अधूरी जानकारी करा सकती है बड़ा नुकसान
Smartphone की बड़ी बैटरी के हमेशा फायदे ही बताए जाते हैं। हर यूजर चाहता है तो वह ऐसे स्मार्टफोन पर पैसा खर्च करे जो एडवांस फीचर्स के साथ बड़ी बैटरी के साथ आए। हालांकि बड़ी बैटरी के नुकसान भी होते हैं। (फोटो- पेक्सल)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। एक नया स्मार्टफोन खरीदने के लिए यूजर का बजट मायने रखता है। हालांकि, केवल बजट ही नहीं, फोन किस ब्रांड का है, किस इंटरनेट टेक्नोलॉजी के साथ आ रहा है ,बैटरी, प्रोसेसर, डिस्प्ले और कैमरा जैसी बातें भी यूजर के जेहन में रहती हैं। स्मार्टफोन का इस्तेमाल लगभग सारा दिन होता है, ऐसे में हर यूजर को चाहिए कि स्मार्टफोन सिंगल चार्ज में ज्यादा से ज्यादा चले।
फोन की लंबी बैटरी लाइफ के लिए ही बड़ी बैटरी की जरूरत महसूस होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं, फोन में बड़ी बैटरी का फायदा है तो इसका नुकसान भी है। इस आर्टिकल में आपको स्मार्टफोन की बड़ी बैटरी के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी बता रहे हैं। एक नया स्मार्टफोन खरीदने जा रहे हैं तो बड़ी बैटरी वाला फोन खरीदना चाहिए या नहीं, इस बारे में भी आपको जानकारी देने की कोशिश करेंगे-
mAh क्या है
सबसे पहले समझते हैं कि mAh क्या है? एमएएच का मतलब milliampere-hour है। आसान भाषा में समझें तो mAh बैटरी कैपेसिटी की यूनिट है।
यह यूनिट ही मापती है कि एक बैटरी कितना इलेक्ट्रिक चार्ज खुद में स्टोर कर सकती है। एमएएच रेटिंग का ज्यादा होना बताता है कि बैटरी की कैपेसिटी ज्यादा है। यानी फोन सिंगल चार्ज में लंबे समय तक चलाया जा सकता है।
बड़ी बैटरी के क्या हैं फायदे
जब स्मार्टफोन मेकर कंपनी दावा करती है फोन बड़ी बैटरी के साथ लाया गया है तो यह 5000 या इससे ज्यादा एमएएच की हो सकती है। हालांकि, बड़ी बैटरी का सबसे बड़ा फायदा ही यह होता है कि यूजर सारा दिन फोन चला कर फोन को बार-बार चार्ज करने की झंझट से बच सकता है।
बड़ी बैटरी का फायदा उन यूजर को भी मिलता है जो कम नेटवर्क वाले इलाकों में रहते हैं। ऐसे में स्मार्टफोन सेलुलर नेटवर्क (Cellular network) से कनेक्ट न होने की स्थिति में भी लंबे समय तक बड़ी बैटरी की वजह से ही चल सकता है।
बड़ी बैटरी के क्या हैं नुकसान
फोन की बैटरी लाइफ के लिए बैटरी के साइज के साथ-साथ फोन का प्रोसेसर और दूसरे कम्पोनेंट भी जरूरी हैं। बड़ी बैटरी वाले फोन की कीमत ज्यादा होती है। वहीं बड़ी बैटरी होने से स्मार्टफोन हेवी और बल्की होता है। बड़ी बैटरी वाले फोन के साथ एक बड़ी परेशानी चार्जिंग में लगना वाला ज्यादा समय भी है।
बैटरी की कैपेसिटी के हिसाब से ज्यादा इलेक्ट्रिक चार्ज स्टोर करने में बैटरी को ज्यादा समय लगता है। यही वजह है कि फोन चार्जिंग में यूजर को छोटी बैटरी वाले फोन के मुकाबले ज्यादा समय लग सकता है।
बड़ी बैटरी वाला फोन लेना चाहिए या नहीं
बड़ी बैटरी वाला फोन लेना चाहिए या नहीं, यह पूरी तरह से स्मार्टफोन की जरूरत पर आधारित है। स्मार्टफोन का इस्तेमाल एक आम से लेकर खास यूजर करता है। ऐसे में स्मार्टफोन को लेकर हर यूजर की जरूरत अलग-अलग ही होती है। स्मार्टफोन यूजर की बात करें तो इनमें घर की गृहणी, स्कूल-कॉलेज पढ़ने वाले बच्चे, वर्किंग प्रोफेशनल से लेकर गेमर शामिल होते हैं।
घर की गृहणी, वर्किंग प्रोफेशनल और स्कूल-कॉलेज जाते स्टूडेंट्स के दिन के ज्यादा घंटे दूसरे कामों में जाते हैं। दिनभर दूसरे कामों में बिजी रहने के बाद ही यूजर फोन की ओर हाथ बढ़ाता है। यानी ऐसे यूजर्स स्मार्टफोन का इस्तेमाल बहुत ज्यादा नहीं करते हैं। ऐसे में बड़ी बैटरी की जरूरत हर यूजर के लिए के लिए एक बड़ी जरूरत नहीं है। ऐसे यूजर्स फोन में बड़ी बैटरी का होना नजरअंदाज कर सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर गेमर, ऐसे स्टूडेंट्स जो फोन की मदद से स्टडी करते हैं और फोन का इस्तेमाल प्रोफेशनल काम के लिए करने वाले यूजर के लिए फोन हेवी टास्क के साथ सारा दिन चलना जरूरी है।
फोन हेवी टास्क जैसे गेमिंग, वीडियो मेकिंग, वीडियो-प्ले और पिक्चर क्लिक करने के साथ सिंगल चार्ज में दिनभर चले, इसके लिए बड़ी बैटरी का होना जरूरी है। ऐसे में इन यूजर्स को बड़ी बैटरी वाला फोन लेने की सलाह दी जाती है।