कहीं आपके नाम पर तो नहीं चल रही फर्जी SIM, बिना लफड़े में फंसे तुरंत करें चेक और ब्लॉक
एक आधार कार्ड पर सिर्फ 9 सिम एक्टिव रखने का नियम है। अगर नियम का उल्लंघन होता है तो 2 लाख रुपये तक जुर्माने और सजा का प्रावधान है। अगर आप पता करना चाहते हैं कि आपके आधार पर कितने सिम चल रहे हैं तो इसका आसान-सा तरीका है। साथ ही संदिग्ध सिम को संचार साथी पोर्टल के जरिये ब्लॉक भी किया जा सकता है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। नया सिम खरीदते वक्त आधार कार्ड मांगा जाता है। एक व्यक्ति कितने सिम खरीद सकता है। इसके लिए वकायदा नियम बनाया गया है। एक आधार कार्ड पर सिर्फ 9 सिम खरीदी जा सकती हैं, जबकि जम्मू-कश्मीर, असम और नॉर्थ-ईस्ट में यह संख्या 6 है।
कई बार होता है कि व्यक्ति अपने आधार पर केवल एक ही सिम खरीदता है, लेकिन उसके आधार पर एक्टिव सिम की संख्या काफी ज्यादा होती है। ऐसे में अगर आपको भी नहीं पता है कि असल में आपके आधार पर कितनी सिम एक्टिव हैं, तो इसके बारे में पता करने का एक आसान तरीका है, जो इस खबर में बता रहे हैं।
आधार पर कितने सिम एक्टिव?
टेलीकॉम डिपार्टमेंट की sancharsaathi.gov.in साइट से अपने आधार कार्ड पर एक्टिव सिम की संख्या के बारे में पता किया जा सकता है। साथ ही अगर कोई संदिग्ध सिम एक्टिव पाई जाती है, तो उसे ब्लॉक और रिपोर्ट करने की सुविधा भी यहां मिलती है।
- सबसे पहले sancharsaathi.gov.in पर जाएं।
- होम पेज पर Citizen Centric Services में Know Your Mobile Connections पर टैप करें।
- अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा फिल करें।
- नंबर एक ओटीपी भेजा जाएगा। जिसे फिल करें और आगे बढ़ जाएं।
- अब आपके सामने सभी सिम कार्ड की डिटेल आ जाएगी, जो आधार कार्ड पर लिए गए हैं।
- अगर आपको कोई नंबर संदिग्ध लगता है, तो ‘Not required’ पर क्लिक करके उसकी रिपोर्ट की जा सकती है।
- सिम कार्ड डिएक्टिवेट होने में कुछ दिन का वक्त लगता है। सिम को ब्लॉक करने के लिए किसी भी तरह की फीस नहीं ली जाती है।
- 9 से ज्यादा सिम एक्टिव हुए तो जुर्माना
नए टेलीकॉम एक्ट (New telecom law) के नियमों के मुताबिक, एक व्यक्ति के आधार कार्ड पर कुल 9 ही सिम चालू रखने की परमिशन है। अगर इससे ज्यादा सिम एक्टिव पाए जाते हैं तो 50,000 हजार से लेकर 2 लाख रुपये तक जुर्माना भरना पड़ सकता है।
संचार साथी पोर्टल की सर्विस
संचार साथी पोर्टल पर अनेकों तरह की सर्विस मिलती हैं। जिनका आप फायदा उठा सकते हैं। इसके जरिये साइबर फ्रॉड व ठगी के मामलों की शिकायत की जा सकती है। संचार साथी पोर्टल पर की गई शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होती है। अगर आपका फोन चोरी हो जाता है तो इस पोर्टल के जरिये उसे ब्लॉक भी किया जा सकता है। इस पोर्टल का मकसद स्कैम पर लगाम लगाना है।
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