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    गूगल के AI से एक क्लिक में बन रहा नकली आधार-पैन, सवालों के घेरे में टेक जायंट

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 11:00 AM (IST)

    गूगल का नया AI मॉडल Nano Banana Pro नकली आधार और पैन कार्ड बनाने के कारण विवादों में है। यह मॉडल बिना किसी चेतावनी के संवेदनशील डॉक्यूमेंट्स तैयार कर रहा है, जिससे प्राइवेसी और सुरक्षा को खतरा है। Nano Banana Pro, Gemini Nano का एडवांस वर्जन है, जो हाई क्वालिटी इमेज बनाने और टेक्स्ट को विजुअल फॉर्म में बदलने में सक्षम है।

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    गूगल के AI से एक क्लिक में बन रहा नकली आधार-पैन, सवालों के घेरे में टेक जायंट

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। गूगल का नया AI मॉडल Nano Banana Pro इन दिनों काफी ज्यादा चर्चा में है। लोग इस मॉडल का इस्तेमाल करके हाई क्वालिटी इमेज मिनटों में तैयार कर रहे हैं, लेकिन अब इसी टेक्नोलॉजी को लेकर टेक जायंट सवालों के घेरे में है। हालिया मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया है कि ये मॉडल यूजर्स के कहने पर बेहद रियलिस्टिक फर्जी आधार और पैन कार्ड जैसी फोटो भी एक क्लिक में बना रहा है।

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    ऐसे काम में न तो ये किसी तरह की खास चेतावनी दे रहा है न ही इस काम को करने से मना कर रहा है। यह मामला सिर्फ टेक तक सीमित नहीं है, बल्कि अब प्राइवेसी, फ्रॉड और साइबर सिक्योरिटी का बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। चलिए पहले जानते हैं कि क्या है Nano Banana Pro और क्यों है ये इतना खास...

    क्या है Nano Banana Pro और क्यों है खास

    दरअसल Nano Banana Pro गूगल के Gemini Nano का ही एक एडवांस वर्जन है, जिसे पिछले हफ्ते पेश किया गया है। इस मॉडल का इस्तेमाल करके आप हाई क्वालिटी 4K इमेज जनरेट कर सकते हैं। साथ ही AI टूल से आप कैरेक्टर कंसिस्टेंसी यानी एक ही फेस को हर इमेज में एक जैसा बनाए रख सकते हैं। इसके अलावा इस टूल से आप टेक्स्ट को विजुअल फॉर्म, इंफोग्राफिक और व्हाइटबोर्ड स्टाइल में भी बदल सकते हैं।

    खास बात यह है कि ये मॉडल गूगल सर्च से भी इंटीग्रेटेड है। इसी वजह से ये सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लोग इससे प्रोफेशनल पोर्ट्रेट, लिंक्डइन इंटरफेस और AI डिजाइन पोस्टर्स तक तैयार कर रहे हैं।

    फर्जी डॉक्यूमेंट्स भी बना रहा AI टूल

    मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि जब कुछ रिसर्चर्स ने इस मॉडल को टेस्ट किया तो पता चला कि ये AI मॉडल आधार और पैन कार्ड जैसी संवेदनशील चीजों से जुड़े प्रॉम्प्ट दिए जाने पर बिना किसी सवाल या रोक के ये AI टूल पूरा डॉक्यूमेंट तैयार कर रहा है।

    इन फर्जी डॉक्यूमेंट्स में यूजर का चेहरा लगाया गया। साथ ही इसमें नकली नाम और जन्मतिथि ऐड की गई। आधार और पैन नंबर जैसे दिखने वाले नंबर भी AI ने जनरेट किए और डिजाइन लगभग असली कार्ड जैसा ही बना दिया।

    यह भी पढ़ें- क्या है Nano Banana Pro, गूगल का लेटेस्ट इमेज जनरेशन टूल को फ्री में कैसे करें यूज?