Health Trackers: आपकी सेहत का स्मार्ट साथी! फिटनेस से लेकर मेंटल वेलनेस तक जानें कैसे करेगा देखभाल?
आज के दौर में हमारी लाइफस्टाइल तेजी से बदल रही है। लोग हेल्थ को लेकर जागरूक तो हो रहे हैं लेकिन सही तरीके से सेहत को मॉनिटर करना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। यही वजह है हेल्थ ट्रैकर्स का चलन बढ़ रहा है। ये छोटे और स्मार्ट डिवाइसेज रोजाना की गतिविधियों की निगरानी करके हमें सेहतमंद बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। हेल्थ ट्रैकर्स छोटे और स्मार्ट डिवाइसेज होते हैं जो आपके शरीर को अलग-अलग हेल्थ पैरामीटर्स पर मापते हैं। ये डिवाइस फिटनेस बैंड, स्मार्टवॉच, रिंग्स या मोबाइल ऐप्स के रूप में उपलब्ध हैं। इनमें लगे सेंसर हार्ट रेट, ऑक्सीजन लेवल, स्लीप ट्रैकिंग, स्ट्रेस मॉनिटरिंग, स्टेप काउंट, कैलोरी बर्न, ईसीजी आदि को रिकॉर्ड करते हैं। इसके बाद यह डेटा स्मार्टफोन ऐप में स्टोर होता है, जिससे आप हेल्थ को बेहतर ढंग से मॉनिटर कर सकते हैं।
हार्ट रेट मॉनिटर
फिटनेस ट्रैकर्स का हार्ट रेट मॉनिटर फीचर हार्ट रेट को ट्रैक करता है। यह आराम के समय, एक्सरसाइज के दौरान और सोते समय हार्ट रेट को बताता है। यह फीचर एचआइआइटी, कार्डियो और रनिंग जैसी एक्सरसाइज के लिए यूजफुल है। कुछ ट्रैकर्स असामान्य हृदय गति होने पर अलर्ट भी भेजते हैं।
स्लीप ट्रैकिंग
यह नींद की क्वालिटी को मॉनिटरकरता है और दिखाता है कि आप कितनी देर गहरी नींद, हल्की नींद और आरइएम स्लीप में रहते हैं। कुछ एडवांस ट्रैकर्स नींद की क्वालिटी को स्कोर के रूप में दिखाते हैं और अगर नींद में बाधा आती है तो उसका भी डेटा दिखाते हैं।
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी)
एप्पल वॉच और सैमसंग गैलेक्सी वॉच में इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम यानी ईसीजी फीचर मिलता है, जो धड़कनों का विश्लेषण करके एट्रियल फिब्रिलेशन जैसी इरेगुलेरिटीज को जानने में मदद कर सकता है।
वॉटर रैकिंग
यह आपके हर दिन पानी-पीने के टारगेट को ट्रैक करता है। यह उन लोगों के लिए यूजफुल है जो हाइड्रेशन का ध्यान नहीं रखते हैं।
कैलोरी बर्न ट्रैकिंग
ट्रैकर बेसल मेटाबोलिक रेट और फिजिकल एक्टिविटी के बेस पर डेली कैलोरी बर्न बताता है। कुछ स्मार्टवॉच एआई फिटनेस कोचिंग भी देती हैं।
वेट ट्रैकिंग
फिटनेस ट्रैकर के ऐप्स में आप अपना वजन डाल सकते हैं। कुछ डिवाइसेस स्मार्ट स्केल से कनेक्ट होकर वजन को ऑटोमैटिक अपडेट भी कर सकती हैं।
मूवमेंट रिमाइंडर
अगर आप लंबे टाइम तक बैठे रहते हैं, तो ट्रैकर चलने की याद दिलाता है। यह ऑफिस वर्कर्स के लिए बहुत यूजफुल है।
पल्स आक्सीमीटर
कुछ हाई-एंड फिटनेस ट्रैकर्स में एसपीओ 2 सेंसर होता है, जो ब्लड में ऑक्सीजन का लेवल मापता है। यह फीचर कोविड के दौरान काफी महत्वपूर्ण साबित हुआ था।
माइंडफुलनेस और मेडिटेशन
कुछ स्मार्टवॉच में माइंडफुलनेस और मेडिटेशन से जुड़े सेशंस उपलब्ध होते हैं, जो स्ट्रेस को कम करने और मेन्टल हेल्थ को सुधारने में मदद करते हैं।
हेल्थ कोचिंग
कुछ हेल्थ ट्रैकर्स में AI बेस्ड हेल्थ कोचिंग प्रोग्राम होते हैं, जो फिटनेस, न्यूट्रिशन और लाइफस्टाइल के लिए गाइड करते हैं। यह आपके डेटा का एनालिसिस करके आपको पर्सनलाइज्ड सुझाव देता है।
स्टेप काउंटर
रोजाना 10,000 कदम चलना फिटनेस के लिए अच्छा माना जाता है। ट्रैकर आपको यह टारगेट पूरा करने की याद दिलाते हैं और आपकी एक्टिविटी को ट्रैक करते हैं।
मेंस्ट्रुअल हेल्थ ट्रैकिंग
कुछ स्मार्टवॉच में पीरियड ट्रैकिंग फीचर उपलब्ध है, जो ओव्यूलेशन, लक्षण और मेंस्ट्रुअल साइकिल को ट्रैक करते हैं। हेल्थ ट्रैकर्स अब केवल स्टेप काउंटर नहीं रहे, बल्कि ये स्मार्ट हेल्थ असिस्टेंट बन चुके हैं। अगर सेहत को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो हेल्थ ट्रैकर का का फायदा उठा सकते हैं।
हेल्थ ट्रैकर्स का इस्तेमाल कैसे करें?
- रीयलिस्टिक गोल सेट करें: वजन कम करना हो, स्ट्रेस कम करना हो या हार्ट हेल्थ सुधारनी हो, अपने लिए छोटे-छोटे टारगेट बनाएं।
- रुटीन सेट करें: हेल्थ ट्रैकर के डेटा को रोजाना मॉनिटरकरें और अपने हेल्थ गोल्स को ट्रैक करें।
- स्मार्ट अलर्ट्स का सही इस्तेमाल करें: अगर आपका हेल्थ ट्रैकर आपको पानी पीने, मूव करने या सोने की याद दिलाता है, तो इसे नजरअंदाज न करें।
- हेल्थ प्रोफेशनल से सलाह लें: अगर आपका हेल्थ ट्रैकर किसी असामान्य गतिविधि को ट्रैक करता है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- केवल डेटा नहीं, एक्शन भी लें: हेल्थ ट्रैकर आपको जानकारी देता है, लेकिन स्वस्थ आदतें अपनाना आपके हाथ मे है।
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