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    क्या वाकई AC के साथ स्टेबलाइजर जरूरी? सेफ्टी किट या मार्केटिंग ट्रिक, समझिए

    Updated: Sun, 20 Apr 2025 10:40 AM (IST)

    क्या आप भी नया AC खरीदने जा रहे हैं? अगर हां तो पहले ये जरूर जान लें कि क्या सच में AC के साथ कोई स्टेबलाइजर जरूर है या नहीं क्योंकि स्टेबलाइजर के लिए आपको लगभग 5000 से 6000 रुपये तक एक्स्ट्रा देने पड़ सकते हैं। कुछ का कहना है कि इन्वर्टर AC में स्टेबलाइजर की जरूरत नहीं पड़ती ये कितना सही है?

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    क्या वाकई AC के साथ स्टेबलाइजर जरूरी होता है आइये इसके बारे में जानें

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। देश के ज्यादातर हिस्सों में एक बार फिर भयंकर गर्मी पड़ने लगी है और एयर कंडीशनर की मांग फिर से लगातार बढ़ रही है। ऐसे में अगर आप भी इस सीजन नया AC खरीदने का मन बना चुके हैं, तो जाहिर है कि आप किसी ऑनलाइन या ऑफलाइन स्टोर पर ही विजिट करेंगे। हालांकि आजकल कई दुकानदार जैसे ही आप नया AC खरीदते हैं, तो एयर कंडीशनर के साथ वोल्टेज स्टेबलाइजर लेने की सलाह देने लगते हैं, कुछ तो आपको इसे खरीदने के लिए काफी फाॅर्स भी करेंगे। जिसके लिए आपको लगभग 5,000 से 6,000 रुपये तक एक्स्ट्रा देने पड़ सकते हैं। ऐसे में अब सवाल ये है कि क्या वाकई इसकी जरूरत होती है? या ये सिर्फ एक मार्केटिंग ट्रिक है? चलिए इसी को समझते हैं...

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    AC के साथ स्टेबलाइजर जरूरी?

    AC मैन्युफैक्चरर कंपनी वोल्टास की वेबसाइट पर भी ये मेंशन है कि AC के साथ स्टेबलाइजर जरूरी है, लेकिन ये आपके एरिया की कंडीशन पर भी डिपेंड करता है। ऐसे में आप चाहे तो इन्वर्टर AC खरीदें या नॉन-इन्वर्टर, अगर आपके एरिया में वोल्टेज फ्लक्चुएशन बहुत ज्यादा है, तो ऐसे में स्टेबलाइजर लगाना काफी ज्यादा जरूरी है।

    स्टेबलाइजर आपके AC को सेफ रखने के लिए वोल्टेज को एक लिमिट में बनाए रखता है। हालांकि कंपनी का यह भी कहना है कि कई नए AC मॉडल बिल्ट-इन वोल्टेज प्रोटेक्शन के साथ आते हैं, लेकिन अलग से लगा स्टेबलाइजर AC को और भी ज्यादा सेफ बना देता है।

    ...तो क्या इन्वर्टर AC में नहीं चाहिए स्टेबलाइजर?

    जहां एक तरफ नॉन-इन्वर्टर AC लगातार एक ही टन कैपेसिटी पर वर्क करता है तो दूसरी तरफ इन्वर्टर AC में वेरिएबल स्पीड कंप्रेसर होता है। आसान शब्दों में कहें तो नॉन-इन्वर्टर AC की ऑपरेटिंग वोल्टेज रेंज होती है। ऐसे में अगर वोल्टेज फ्लक्चुएशन हुआ तो आपका AC खराब भी हो सकता है। जबकि इन्वर्टर AC का वेरिएबल स्पीड कंप्रेसर जरूरत के हिसाब से इसे 0.8 टन से लेकर 1 टन तक की कूलिंग कैपेसिटी पर काम कर सकता है। यानी ये AC वोल्टेज के फ्लक्चुएशन को बेहतर तरीके से झेल सकता है लेकिन एक लिमिट के बाद इसके भी खराब होने के चेंज रहते हैं।

    क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

    अगर आपके एरिया में वोल्टेज फ्लक्चुएशन बहुत कम है और आपका इन्वर्टर AC स्टेबलाइजर-फ्री ऑपरेशन को सपोर्ट करता है, तो आपको ऐसे में अलग से स्टेबलाइजर लेने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि एक्स्ट्रा सेफ्टी के लिए स्टेबलाइजर लगाना ज्यादा अच्छा है।  

    यह भी पढ़ें: Inverter AC और नॉन-इन्वर्टर AC में क्या है फर्क? समझिए किसे खरीदने में ज्यादा फायदा

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