फेसबुक ने भी अफवाहों को रोकने के लिए कसी कमर, ब्लॉक करेगा फर्जी अकाउंट
फेक न्यूज और अफवाहों को रोकने के लिए अब फेसबुक ने भी सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। फेसबुक ने भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये अफवाहों और फर्जी न्यूज को फैलने से रोकने के लिए कमर कस ली है। इन दिनों फेसबुक ने अपने न्यूज फीड को अपने वेब प्लेटफॉर्म के साथ ही एप से भी हटा लिया है। इसके बाद से फेसबुक यूजर्स व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर के जरिये अन्य यूजर्स को डायरेक्ट कन्टेंट शेयर सकते हैं। जिसके बाद फेसबुक नए फीचर्स की टेस्टिंग कर रहा है।
व्हाट्सएप के ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक व्हाट्सएप में कुछ समय पहले किए गए बदलाव की वजह से यूजर्स के पास अगर कोई फॉरवर्डेड मैसेज आता है तो इसका पता लग जाता है। यूजर्स इस बात का अंतर कर सकते हैं कि कौन सा कंटेंट फॉरवर्ड किया गया है और कौन-सा ओरिजिनली क्रिएट किया गया है। पहले यूजर्स को इसमें परेशानी होती थी। हालांकि, यूजर्स अगर किसी कंटेंट को व्हाट्सएप के जरिए कॉपी-पेस्ट करके शेयर करता है तो यह पता नहीं चल पाएगा कि कंटेंट कहीं और से आया है या ओरिजिनली क्रिएट किया गया है।
आपको बता दें कि फेसबुक की स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप को भारत सरकार की तरफ से नोटिस मिला है कि प्लेटफॉर्म के जरिये फैलने वाली फेक न्यूज और अफवाहों को रोकने के लिए कंपनी सख्त कदम उठाए। व्हाट्सएप ने इसके बाद इस दिशा में काम करने के लिए सरकार के साथ ही आम लोगों से भी मदद करने के लिए कहा है। साथ ही, अफवाहों को रोकने के लिए व्हाट्सएप कई योजना लाने पर विचार कर रहा है। यह कदम महाराष्ट्र में व्हाट्सएप के जरिये फैलने वाले अफवाहों की वजह से 7 लोगों की मौत के बाद उठाया गया है। इस घटना के बाद केन्द्र सरकार ने व्हाट्सएप समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को इस दिशा में सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है।
गूगल के स्वामित्व वाला वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब ने भी अफवाहों को रोकने के लिए ब्लॉग-पोस्ट के जरिये सख्त कदम उठाने की घोषणा की है। यू-ट्यूब ने अपने प्लेटफॉर्म के जरिये ब्रेकिंग न्यूज द्वारा अफवाह फैलने से रोकने के लिए वीडियो की सघन जांच करने की भी घोषणा की है।
देश मे फेसबुक के कई मिलियन यूजर्स हैं, जिसकी वजह से इस प्लेटफॉर्म के जरिये किसी भी अफवाह को आसानी से वायरल किया जा सकता है। फेसबुक डाटा लीक विवाद के बाद से भारत समेत दुनियाभर में कंपनी की किरकिरी हुई थी। इसके बाद से फेसबुक ने यूजर्स के डाटा को सुरक्षित रखने के लिए कड़े नियम बनाने का आश्वासन दिया था। अब अफवाहों और फर्जी न्यूज को रोकने के लिए भी फेसबुक कड़े नियम बना सकता है। जिसकी वजह से कई फर्जी अकाउंट को ब्लॉक भी किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो फेसबुक की टीम इन अकाउंट्स की मॉनिटरिंग भी कर सकती है।
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