टीवी खरीदने से पहले जानें OLED और QLED में अंतर: बदल जाएगा नजरिया
OLED और QLED दोनों ही डिस्प्ले में अलग तकनीक का इस्तेमाल होता है, इसका असर पिक्चर की क्वालिटी में भी दिखता है।
नई दिल्ली(टेक डेस्क)। OLED और QLED में क्या अंतर है? कौन सी तकनीक ज्यादा अच्छी है? इनमें से कौन सी तकनीक हमारे काम की है और हमें इन दो डिस्प्ले में से किसे खरीदना चाहिए? ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जो एक आम यूजर्स के दिमाग में हमेशा आते हैं। कहना गलत नहीं होगा कि इन टेक टर्म्स ने यूजर्स को और भी ज्यादा कन्फ्यूज कर दिया है। ऐसे में अगर आप भी OLED और QLED को लेकर कन्फ्यूज्ड हैं, तो आपको हमारी ये खबर पूरी पढ़नी होगी, जिसके बाद आपकी सारी शंकाएं खत्म हो जाएंगी।
क्या है OLED?
- ‘ओएलईडी’ टीवी को देखते ही हमारे मूंह से पहली चीज निकलती है ‘शानदार’। ‘ओएलईडी’ डिस्प्ले काफी स्मूथ होता है, इसमें करल और कॉन्ट्रास्ट निखर कर आता है।
- ‘ओएलईडी’ का फुल फॉर्म ‘ऑर्गेनिक लाइट इमिटिंग डायोड’ है।
- इस तकनीक में डिस्प्ले अपनी ही लाइट को बाहर फेकता है, जिसके चलते टीवी में भारी बैकलाइट की जरूरत नहीं होती है।
- ‘ओएलईडी’ डिस्प्ले एक वॉलपेपर की तरह पतला होता है।
- ‘ओएलईडी’ डिस्प्ले का हर पिक्सल खुद रौशनी फेकता है।
- इस तकनीक में किसी भी इमेज को पिक्सल के आधार पर कंट्रोल किया जाता है।
- ‘ओएलईडी’ पैनल में सेमी कंडक्टर्स के बीच ऑर्गेनिक फर्म्स को लगाया जाता है, इसके बाद इसमें बिजली की सप्लाई दी जाती है, ताकि हर पिक्सल स्विच ऑन या स्विच ऑफ हो सके।
- ‘ओएलईडी’ डिस्प्ले पर अंधेरा या ज्यादा रौशनी देखने में रियल लगता है।
- डिस्प्ले को ऐसे डिजाइन किया जाता है कि आपकी आंखें तेजी से कलर और कॉन्ट्रास्ट को एडजस्ट कर लेती हैं।
क्या है QLED?
- ‘क्यूएलईडी’ का फुल फॉर्म ‘क्वांटम डॉट लाइट एमिटिंग डायोड’ है।
- ‘क्यूएलईडी’ डिस्प्ले प्रीमियम टीवी में आता है।
- ‘क्यूएलईडी’ डिस्प्ले ‘ओएलईडी’ से बिल्कुल अलग है।
- ‘क्यूएलईडी’ डिस्प्ले खुद लाइट इमिट नहीं करते हैं।
- ‘क्यूएलईडी’ डिस्प्ले की खासियत है इसका क्वांटम डॉट कलर फिल्टर है।
- क्वांटम डॉट कलर फिल्टर की वजह से ‘क्यूएलईडी’ डिस्प्ले में ज्यादा ब्राइटनेस होता है।
इन मामलो में ‘क्यूएलईडी’ है परफेक्ट
- ‘ओएलईडी’ डिस्प्ले के मुकाबले ‘क्यूएलईडी’ में ज्यादा ब्राइटनेस मिलता है।
- ‘ओएलईडी’ के मुकाबले ‘क्यूएलईडी’ डिस्प्ले में ज्यादा शानदार कलर एक्सपीरियंस मिलता है।
इन मामलों में ‘ओएलईडी है बेस्ट’
- रिस्पांस टाइम की बात करें तो यहां ‘ओएलईडी’ बाजी मार रहा है, जो ‘क्यूएलईडी’ से ज्यादा तेज रिस्पांस करता है।
- ‘ओएलईडी’ डिस्प्ले का कॉन्ट्रास्ट ‘क्यूएलईडी’ के मुकाबले ज्यादा अच्छा है।
- ब्लैक कलर का एक्सपीरियंस आपको ‘ओएलईडी’ डिस्प्ले पर ज्यादा अच्छा मिलेगा।
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