Facebook ने सिक्योरिटी फीचर्स में किया बदलाव, थर्ड पार्टी एप्स के लिए नहीं देना होगा पर्सनल नंबर
अब यूजर्स Google Authenticator जैसे थर्ड पार्टी एप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जहां लगातार नए कोड जनरेट होते हैं। ये प्रक्रिया उस समय भी काम करेगी जब आपके फोन में सिग्नल नहीं आ रहा हो।
नई दिल्ली(टेक डेस्क)। हाल ही में डाटा लीक विवाद को लेकर फेसबुक की दुनिया भर में आलोचना हुई थी, जिसको लेकर कंपनी लगातार अपने फीचर्स में बदलाव कर रही है। ऐसे में फेसबुक ने टू-फेक्टर ऑथेंटिकेशन को और भी आसान बना दिया है। इस नए बदलाव में यूजर्स को अब थर्ड पार्टी एप्स के लिए अपना पर्सनल नंबर नहीं देना होगा। इससे पहले यूजर्स को थर्ड पार्टी एप्स के लिए पर्सनल नंबर देना होता था लेकिन अब उन्हें ऑथेंटिकेशन कोड देना होगा।
क्या होता है टू-फेक्टर ऑथेंटिकेशन?
टू-फेक्टर ऑथेंटिकेशन एक ऐसा फीचर है जिसे यूजर्स के अकाउंट की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस फीचर को एक्टिव करने के बाद जब आप अपना अकाउंट लॉग-इन करते हैं, तब एक कोड आपके रजिस्टर फोन पर आता है। इस कोड को आपको अपने लॉग-इन पेज पर डालता होता है, जिससे आपका अकाउंट खुल जाता है। ऐसे में अगर आपका पासवर्ड हैक भी हो जाता है तब भी आपका अकाउंट सुरक्षित रहेगा।
टू-फेक्टर ऑथेंटिकेशन को अगर आपने एक्टिवेट नहीं किया है तो इसे जरूर एक्टिव करें। ऑन लाइन सर्विस देने वाले ज्यादा तर प्लेटफॉर्म पर ये फीचर उपलब्ध है।
ये है बदलाव
इससे पहले आपको किसी भी थर्ड पार्टी एप्स का इस्तेमाल करने के लिए आपको अपना नंबर देना होता है। ऐसे में जो यूजर्स अपने पर्सनल नंबर को किसी तीसरी पार्टी के साथ शेयर नहीं करना चाहते थे, वो इन एप्स का इस्तेमाल नहीं कर पाते थे।
ऐसे होगा काम
अब आप Google Authenticator जैसे थर्ड पार्टी एप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जहां लगातार नए कोड जनरेट होते हैं। ये प्रक्रिया उस समय भी काम करेगी जब आपके फोन में सिग्नल नहीं आ रहा हो।
इस तरह करें एक्टिव
फेसबुक की सेटिंग्स में जाएं। Facebook app पर क्लिक करें। इसके बाद Security and Login पर जाएं और फिर Use two-factor authentication पर क्लिक करें।
यह भी पढ़ें:
Instagram पर अब कर पाएंगे पोस्ट Mute, इन 4 स्टेप्स को करें फॉलो
Gaming के दीवानों को पसंद आएंगे ये 4 स्मार्टफोन्स, जानें फीचर्स
Youtube पर करना चाहते हैं कमाई, तो इन बातों का जरूर रखें ख्याल