Digital India में डिजिटल वॉलेट के बारे में कितना जानते हैं आप, पढ़िए फायदे-नुकसान
डिजिटल या मोबाइल वॉलेट 4 तरीके के होते हैं जिनके जरिए आप शॉपिंग या भुगतान कर सकते हैं
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। आप अक्सर सुनते होंगे कि देश डिजिटल इंडिया(Digital India) की तरफ बढ़ रहा है, सारे काम डिजिटल माध्यम से हो रहे हैं। ऐसे में आपने डिजिटल या मोबाइल वॉलेट के बारे में भी सुना ही होगा। शायद आप इसका इस्तेमाल भी करते होंगे। तकनीक और व्यापार के क्षेत्र में मोबाइल वॉलेट किसी क्रांति से कम नहीं है। इसकी मदद से आप बस एक क्लिक में शॉपिंग से लेकर बिलिंग तक कर सकते हैं। लेकिन जिन लोगों को इसके बारे में नहीं पता है उनका पहला सवाल होगा कि आखिर ये डिजिटल या मोबाइल वॉलेट है क्या? हम इसका इस्तेमाल करें क्यों? हम आपको अपनी इस खबर के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि मोबाइल वॉलेट क्या है और ये कितने तरीके के होते हैं, साथ ही ये भी की इसके फायदे और नुकसान क्या-क्या हैं।
क्या है डिजिटल या मोबाइल वॉलेट?
इस सवाल का जवाब अगर आसान भाषा में समझें तो, पहले आप चिठ्ठी लिख कर अपने परिवार या जानकारों से संपर्क करते थे, लेकिन आज आप टेक्ट्स मैसेज के जरिए किसी से भी संपर्क कर लेते हैं। दोनों ही प्रक्रियाओं के तरीका भले ही अलग है लेकिन इसका मकसद एक है। अब किसी को भी संदेश भेजने के लिए आपको कलम और कागज की जरूरत नहीं पड़ती। अब फोन के जरिए आप अपने संदेश को भेज सकते हैं।
इसी तरह मोबाइल वॉलेट भी काम करता है, जिसकी मदद से आप किसी भी तरह की खरीदारी, भुगतान या मनी ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके लिए आपको पर्स की नहीं बल्कि एक स्मार्टफोन या पीसी की जरूरत पड़ती है। प्रक्रिया भले ही अलग हो लेकिन इन दोनों का मकसद एक है।
कितने तरह के होते हैं डिजिटल या मोबाइल वॉलेट?
ओपेन मोबाइल वॉलेट: इस प्रक्रिया के तरह आप किसी भी सामान या सेवा का वर्चुअल वॉलेट के जरिए भुगतान कर सकते हैं। इसकी मदद से आप बैंकिग के साथ मनी ट्रांसफर भी कर सकते हैं।
सेमी- ओपेन मोबाइल वॉलेट: इस प्रक्रिया में आप न तो पैसे वापस ले सकते है और न ही पैसे(कैश) निकाल सकते हैं। यहां आप उतना ही खर्च कर सकते हैं, जितना पैसा आपक वॉलेट में होगा। इस प्रक्रिया में आप उसी दुकानदार या व्यापारी को भुगतान कर पाएंगे जिसका वॉलेस सर्विस प्रोवाइडर से साझेदारी होगी।
क्लोज्ड मोबाइल वॉलेट: इस प्रक्रिया में अगर आपका आर्डर कैंसिल हो जाए या फिर वापस हो जाए तो आपका पैसा वेंडर के पास जमा होता है।
सेमी-क्लोज्ड मोबाइल वॉलेट: इस प्रक्रिया के जरिए आप किसी भी सर्विस का फायदा उठा सकते हैं साथ ही आप खरीदारी भी कर सकते हैं।
फायदे और नुकसान:
यहां आपको पर्स के खोने या चोरी होने का डर नहीं रहता। आपको हर खरीदारी पर डिस्काउंट और कैशबैक जैसी सुविधा मिलती है। आपको उतना ही भुगतान करना होता है, जितने रुपये की शॉपिंग या सेवा का आपने इस्तेमाल किया हो। डिजिटल या मोबाइल वॉलेट भुगतान का भविष्य है। बात करें इसके नुकसान की तो इसको लेकर कई सवाल हैं। अगर आपकी सिक्योरिटी मजबूत नहीं है तो आपके अकाउंट का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है।
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