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जानें आपके स्मार्टफोन से कितनी मात्रा में निकलता है खतरनाक रेडिएशन और कैसे बचें

मोबाइल के रेडिएशन की वजह से ब्रेन कैंसर समेत बहरापन, सुनने में परेशानी, हार्ट फेलियर, न्यूरोडेगेनेरेटिव डिसऑर्डर जैसी कई सारी घातक बीमारियां हो सकती हैं।

By Shridhar MishraEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 07:28 PM (IST)Updated: Tue, 02 Oct 2018 10:29 AM (IST)
जानें आपके स्मार्टफोन से कितनी मात्रा में निकलता है खतरनाक रेडिएशन और कैसे बचें
जानें आपके स्मार्टफोन से कितनी मात्रा में निकलता है खतरनाक रेडिएशन और कैसे बचें

नई दिल्ली (टेक डेस्क)। क्या आप जानते हैं कि आप जो स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं, वो आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। जितने भी मोबाइल फोन या स्मार्टफोन होते हैं उसमें से रेडिएशन निकलता है। स्मार्टफोन से निकलने वाले रेडिएशन के लिए एक अंतराष्ट्रीय मानक तैयार किया गया है। आपके स्मार्टफोन से कितना रेडिएशन निकलता है इसके बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए। आमूमन आजकल लॉन्च होने वाले सभी स्मार्टफोन के बॉक्स पर इससे निकलने वाले रेडिएशन के बारे में तकनीकी जानकारी दी जाती है।

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हो सकती हैं गंभीर बीमारियां

मोबाइल में जो रेडिएशन होती हैं वो व्यक्ति के दिमाग के साथ-साथ शरीर के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती हैं। मोबाइल के रेडिएशन की वजह से ब्रेन कैंसर समेत बहरापन, सुनने में परेशानी, हार्ट फेलियर, न्यूरोडेगेनेरेटिव डिसऑर्डर जैसी कई सारी घातक बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए ही मोबाइल को एक साइलेंट किलर माना जाता है।

इस तरह लगा सकते हैं रेडिएशन का पता

मोबाइल से जो रेडिएशन निकलती है उसे Specific Absorption Rate यानी SAR कहा जाता है। भारत में SAR 1.6 वॉट प्रति किलो से ज्यादा नहीं होना चाहिए। अगर यह इससे ज्यादा होता है तो यह यूजर के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। इसके लिए यूजर को अपने स्मार्टफोन से *#07# कोड डायल करना होगा। यहां आपको इससे संबंधित सभी जानकारी मिल जाएगी। ध्यान रहे कि अगर आपके स्मार्टफोन का SAR 1.6 वॉट प्रति किलो से ज्यादा है तो आपको अपना मोबाइल फोन तुरंत बदल लेना चाहिए।

क्या है SAR ?

अगर, आपने हाल ही में कोई स्मार्टफोन या मोबाइल खरीदा है तो उसके बॉक्स पर आपको उस फोन के SAR (विशिष्ट अवशोषण दर) के बारे में जानकारी मिल सकती है। भारत में विशिष्ट अवशोषण दर (SAR) की सीमा 1.6 W/Kg रखी गई है। यह प्रति किलोग्राम वाट में भी मापा जाता है जब किसी को फोन किया जाता है या किसी व्यक्ति के कान से दूर रखा जाता है।

इन स्मार्टफोन्स से निकलते हैं सबसे ज्यादा रेडिएशन

iPhone 7 Plus इस स्मार्टफोन से निकलने वाली विकिरण की दर 1.24 है जो तय मानक से कम है। OnePlus 5 से निकलने वाली विकिरण की दर 1.39 है जबकि Huawei GX8 से 1.44, Nokia Lumia 630 से 1.51, Huawei Mate 9 से 1.64, OnePlus 5T से 1.68 और Xiaomi Mi A1 से 1.75 वाट प्रति किलोग्राम की दर से रेडिएशन निकलता है, जो कि भारतीय तय मानक से कहीं ज्यादा है।

इन स्मार्टफोन्स से निकलता है सबसे कम रेडिएशन

ZTE Blade A910 से 0.27, Samsung Galaxy S7 Edge से 0.26, Samsung Galaxy S8+ से 0.26, Google Pixel XL से 0.25, Samsung Galaxy S6 Edge+ से 0.22, Samsung Galaxy Note 8 से 0.17 और Sony Xperia M5 से 0.14 रेडिएशन उत्पन्न होता है।

इस तरह कर सकते हैं बचाव

  • अगर आप स्मार्टफोन से निकलने वाले रेडिएशन से आप बचाना चाहते हैं तो आप कम से कम मोबाइल का इस्तेमाल करें।
  • ऑफिस और घर में आप लैंडलाइन का इस्तेमाल करने की कोशिश करें।
  • अगर, आपका कोई फ्रेंड मोबाइल पर बात कर रहा है तो आप उसके शरीर से दूर रहने की कोशिश करें।
  • आप किसी बस, ट्रेन या प्लेन में बैठें हैं तो मोबाइल का इस्तेमाल कम से कम करने की कोशिश करें। मोबाइल से निकलने वाला रेडिएशन मेटल यानी धातु की चीजों के जरिए ज्यादा फैलता है।
  • मोबाइल फोन पर कभी भी ज्यादा देर तक बात नहीं करें।

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