नाचते गाते होली मनाना भी भक्ति : बापू जी
हमारे संवाददाता, पटियाला
बापू श्री आसाराम जी द्वारा संचालित श्री योग वेदांत सेवा समिति की स्थानीय शाखा व युवा विंग ने पटियाला-नाभा रोड स्थित गांव कल्याण के आश्रम में रविवार को सत्संग व होली कार्यक्रम आयोजित किया। यहां श्रद्धालुओं ने पहले सत्संग सुना, फिर नाच-गाकर होली मनाई।
कार्यक्रम की शुरुआत वीडियो सत्संग के साथ हुई, जिसमें बापू जी ने बदलते मौसम के बारे में कहा कि होली आने का मतलब है कि मौसम में बदलाव आ गया है। इस मौसम में भक्ति के साथ-साथ गर्म तासीर वाली वस्तुएं खाना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग होली का पर्व मनाने से कतराते हैं, लेकिन हर पर्व का अपना धार्मिक व सामाजिक महत्व होता है, जिसका हमारे धर्म ग्रंथों में वर्णन है। इस मौसम में कूदना, फादना व होली का खेलकूद करते हुए त्योहार मनाना सेहत के लिए अच्छा होता है। शरीर में गर्मी बढ़ने से सर्दी के मौसम में शरीर में जमा कफ पिघलता है जो आने वाले मौसम के लिहाज से अच्छा होता है, पर यह भी याद रहे कि प्रभु भक्ति का रंग अपना एहसास कुछ अलग करवाता है।
बापू जी ने यह भी कहा कि केमिकल युक्त रंगों से होली खेलने से बचना चाहिए और कुदरती रंगों के साथ होली खेलने को तरजीह दी जानी चाहिए। उनमें पलाश के फूलों से बना हुआ रंग सबसे बेहतर माना जाता है जो गर्मी से शरीर को बचाकर रखने में मदद करता है। सत्संग के बाद श्रद्धालुओं ने भजन सुनाए व नाचते गाते हुए होली मनाई। बाद में समापन अवसर पर लंगर बांटा गया। इस अवसर पर समिति के प्रधान श्याम सुंदर, सूरज प्रकाश, भूषण अग्रवाल, युवा विंग से सचिन के साथ काफी संख्या में साधक व गांव वासी मौजूद रहे।
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