Vastu Tips for Temple: घर के मंदिर में जरूर रखें ये चीजें, देखते-ही-देखते खुल जाएगा भाग्य
हिंदू धर्म में माना गया है कि पूजा-पाठ करने से आराध्य देव की कृपा प्राप्त हो सकती है। लोग अपनी श्रद्धानुसार मंदिर जाकर अपने आराध्य देव की पूजा करते है ...और पढ़ें

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वास्तु शास्त्र में घर के मंदिर से संबंधित भी कुछ नियम बताए गए हैं। जिनका ध्यान रखने पर व्यक्ति के जीवन से जुड़ी कई परेशानियों समाप्त हो सकती हैं। तो चलिए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र में घर के मंदिर में किन चीजों को रखना शुभ बताया गया है।
और भी बढ़ जाती है पवित्रता
तुलसी को हिंदू धर्म में एक पवित्र पौधा माना गया है। भगवान विष्णु और लड्डू गोपाल की पूजा में तुलसी पत्र का मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में यदि आप अपने मंदिर में तुलसी रखते हैं, तो इसे बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा करने से मंदिर की पवित्रता और भी बढ़ जाती है। यदि आप अपने मंदिर में शालिग्राम जी रखे हैं, तो उसके पास तुलसी के पत्ते रख सकते हैं।
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दूर होती है धन संबंधी समस्या
वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार, घर के मंदिर में मंगल कलश स्थापित करना भी शुभ होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इससे व्यक्ति पर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। घर के मंदिर में कलश रखने से साधक पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी बना रहता है, जिससे किसी भी प्रकार की धन संबंधी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
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रख रख सकते हैं ये चीजें
हिंदू धर्म में गंगाजल को बहुत ही पवित्र माना जाता है, ऐसे में आप गंगाजल को भी आप अपने घर के मंदिर में रख सकते हैं। इससे साधक और उसके परिवार पर देवी-देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है। इसी तरह घर के मंदिर में शंख रखना भी अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसे में आप शुभ फलों की प्राप्ति के लिए दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल भरकर भी घर के मंदिर में रख सकते हैं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की असीम कृपा साधक पर बनी रहती है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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