Vastu Tips: वास्तु के अनुसार घर में लगाएं ये तस्वीरें, जीवन में आएंगे अच्छे बदलाव
वास्तु शास्त्र को हिंदू धर्म में काफी महत्व दिया जाता है। ऐसे में यदि आप अपने जीवन में वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ छोटे-छोटे बदलाव लाते हैं तो इससे निश्चित रूप से आपको अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि घर में कौन-सी तस्वीर कहां लगानी चाहिए ताकि परिवार में खुशनुमा माहौल बना रहे।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। दैनिक जीवन में वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों का ध्यान रखने से काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। लोग अपने घरों में तरह-तरह की तस्वीर लगाना पसंद करते हैं। साथ ही यह घर की खूबसूरती को भी बढ़ा देती हैं। ऐसे में यदि आप तस्वीरों का चयन करते समय वास्तु के नियमों का ध्यान रखते हैं, तो इससे आपको काफी लाभ देखने को मिल सकता है।
करियर में मिलेगी उन्नति
वास्तु शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार, घर में साथ दौड़ते हुए घोड़ों की तस्वीर लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे करियर में उन्नति देखने को मिल सकती है। लेकिन इसका लाभ आपको तभी मिल सकता है, जब आप दिशा का भी ध्यान रखें। इसलिए इस तस्वीर को घर की दक्षिण दिशा में लगाना चाहिए।
बनी रहेगी सुख-शांति
घर में बुद्ध की तस्वीर लगाने से सुख-शांति का माहौल बना रहता है। इसके लिए आपको इसे घर की पूर्व या फिर उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। वहीं अगर आप घर की दक्षिण दिशा में मोर की तस्वीर लगाते हैं, तो इससे आपके भाग्य में वृद्धि हो सकती है। इसी के साथ घर में कमल की तस्वीर को उत्तर-पूर्व दिशा में लगाने से भी आपको लाभ देखने को मिल सकता है।
यह भी पढ़ें - Vastu Tips: बेडरूम से जुड़े वास्तु दोष के कारण बढ़ सकते हैं पति-पत्नी के झगड़े, ऐसे पाएं छुटकारा
जरूर रखें दिशा का ध्यान
घर में प्राकृतिक दृश्य जैसे पहाड़, झरने आदि की तस्वीर लगाना भी बहुत ही अच्छा माना जाता है। पहाड़ों की तस्वीर लगाने से जीवन में स्थिरता बनी रहती है। वास्तु के अनुसार, इसे घर की दक्षिण-पश्चिम में लगाना बेहतर माना जाता है। वहीं झरने की तस्वीर को घर की पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। इससे धन के आगमन के रास्ते खुलते हैं।
यह भी पढ़ें - Vastu Tips: कंगाल बना सकता है गलत तरीके से रखा मनी प्लांट, वास्तु नियमों की अनदेखी पड़ सकती है भारी
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।