Vastu Tips: न करें घर की दहलीज से जुड़ी ये गलतियां, वरना बिगड़ते चले जाएंगे आपके काम
वास्तु शास्त्र हिंदू धर्म की एक प्राचीन विद्या है जिसका लोग आज भी पालन करते हैं। माना जाता है कि घर में वास्तु नियमों का ध्यान रखने से सकारात्मक माहौल बना रहता है। इसी तरह आप घर की दहलीज या दहरी (dehri vastu tips) से जुड़े वास्तु नियमों का ध्यान रखने पर भी आपको कई तरह के लाभ देखने को मिल सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वास्तु शास्त्र में घर के हर हिस्से से जुड़े कुछ-न-कुछ नियम मिलते हैं, जिनका ध्यान रखने पर व्यक्ति को सकारात्मक परिणाम मिलने लगते हैं। लेकिन इन नियमों की अनदेखी करने पर कई तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं। इसी तरह वास्तु शास्त्र में घर की दहलीज से जुड़े कुछ नियम भी बताए गए हैं, जिनका ध्यान जरूर रखना चाहिए।
न करें ये गलतियां
घर की दहलीज पर बैठकर कभी भी खाना नहीं चाहिए और न ही दहलीज पर बैठकर बाल नहीं बनाने चाहिए। साथ ही दहलीज पर पैर रखकर भी खड़े नहीं होना चाहिए। माना जाता है कि इन कार्यों को करने से मां लक्ष्मी आपसे नाराज हो सकती हैं, जिस कारण आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
कभी न करें ये काम
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कभी भी शाम के समय दहलीज पर नहीं बैठना चाहिए। ऐसा माना जाता है यदि आप शाम के समय घर की दहलीज पर बैठते हैं, तो इससे मां लक्ष्मी आपके घर में प्रवेश नहीं करती हैं, जिससे घर में धन की समस्या बनी रहती है।
(Picture Credit: Freepik)
यह भी पढ़ें - Kitchen Vastu Tips: घर की इस दिशा में बनवाएं रसोई घर, सदैव अन्न से भरे रहेंगे भंडार
मिल सकते हैं अशुभ परिणाम
ऐसा माना जाता है कि मेहमान का स्वागत या विदाई कभी भी दहलीज पर खड़े होकर नहीं करना चाहिए। ऐसा करना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता। ऐसे में दहलीज के अंदर रहकर स्वागत और विदाई, दहलीज के बाहर खड़े होकर करना चाहिए।
यह भी पढ़ें - New Year 2025 Vastu Tips: नववर्ष से पहले घर ले आएं ये चीजें, धन से भर जाएगी खाली तिजोरी
रखें इन बातों का ध्यान
इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि आपके घर की दहलीज टूटी-फूटी या खंडित नहीं होनी चाहिए। दहलीज पर साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साधक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।