Vastu Tips for Anger: कम करना चाहते हैं अपना गुस्सा, तो अपनाएं ये वास्तु उपाय
Vastu Shastra वास्तु शास्त्र हिंदू धर्म के सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण शास्त्रों में से एक माना गया है। वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व है। साथ ही वास्तु शास्त्र में घर की हर छोटी से लेकर बड़ी वस्तु को रखने के कुछ नियम बताए गए हैं। जिनका ध्यान रखा जाए तो व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

नई दिल्ली, अध्यात्म। Vastu Tips to Control Anger: गुस्सा आना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। लेकिन जब किसी व्यक्ति को जरूरत से ज्यादा या हर छोटी बात पर गुस्सा आए तो यह न केवल उसके व्यक्तित्व पर बल्कि उसके स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। आज हम आपको वास्तु के कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप अपने गुस्से को नियंत्रित कर सकते हैं।
इस दिशा में न सोएं
वास्तुशास्त्र के अनुसार दक्षिण-पूर्व की दिशा (अग्निकोण) में बैठने या सोने से क्रोध बढ़ता है, इसलिए अगर किसी व्यक्ति का गुस्सा बढ़ता जा रहा हो, तो पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कहीं व्यक्ति के बैठने और सोने की जगह अग्निकोण में तो नहीं है। साथ ही ऑफिस में भी जो कर्मचारी अग्निकोण में बैठते हैं, उनका स्वभाव आक्रमक होने लगता है।
सोते समय इन बातों का रखें ध्यान
सोते समय सिर हमेशा पूर्व अथवा दक्षिण दिशा की ओर करके सोए। सिरहाने की तरफ क्रिस्टल बॉल अथवा एक प्लेट में फिटकरी का टुकड़ा रखकर सोने से इस समस्या में काफी हद तक आराम मिलता है। इसके अलावा कभी भी पूर्व दिशा में कोई भारी सामान न रखें।
इस रंग का कम करें प्रयोग
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति को ज्यादा ही गुस्सा आता है, तो ध्यान रखें कि लाल रंग का प्रयोग कम से कम करें। घर की दीवार, बेडशीट, पर्दे और कुशन कवर्स पर लाल रंग का कम से कम इस्तेमाल करें। यह गुस्से को बढ़ाता है इसलिए इसके प्रयोग से बचें।
गुस्से पर नियंत्रण के लिए करें ये काम
वास्तु शास्त्र में यह भी माना गया है कि गंदगी भी गुस्से को बढ़ाती है। ऐसे में घर के हर कोने को साफ रखना चाहिए। इससे गुस्से पर नियंत्रण करने में मदद मिलती है। साथ ही वास्तु के मुताबिक घर की पूर्व दिशा में प्रतिदिन सुबह और शाम को दीपक जलाने से गुस्से पर नियंत्रण कर सकेंगे।
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