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    Vastu Rules for Stairs: सीढ़ियों के नीचे भूलकर भी न बनवाएं ये चीजें, लग सकता है वास्तु दोष

    सीढ़ियां लगभग हर घर में होती हैं। इन्हें बनाते समय भी वास्तु शास्त्र में बताए गए कुछ नियमों का ध्यान रखना जरूरी है। वरना आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं क्या हैं सीढ़ियों संबंधी वास्तु नियम।

    By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sat, 17 Jun 2023 04:55 PM (IST)
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    Vastu Rules for Stairs: सीढ़ियों बनवाते समय किन वास्तु नियमों का ध्यान रखना चाहिए।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Vastu Rules for Stairs: वास्तु शास्त्र हिंदू प्रणाली में सबसे पुराने विज्ञानों में से एक है। वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत ही महत्व है। इसमें घर की हर छोटी-बड़ी चीज के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। जिससे घर में सकारात्मक वातावरण बना रहता है। वास्तु शास्त्र में सीढ़ी के नीचे कुछ चीजों को बनवाने की मनाही है। इससे घर में वास्तु दोष लग सकता है।

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    क्या है सही दिशा

    सीढ़ियां बनवाने के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा सबसे बेहतर बताई गई है। इन्हें किसी अन्य भाग में, विशेष रूप से उत्तर पूर्व दिशा में बनाने से बचें, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे घर के मालिक को वित्तीय नुकसान झेलना पड़ता है।

    सीढ़ियों के नीचे नहीं होनी चाहिए ये चीजें

    वास्तु के अनुसार, कभी भी सीढ़ियों के नीचे कभी भी मंदिर नहीं होना चाहिए। इससे घर में कलेश की स्थिति बढ़ जाती है। साथ ही सीढ़ियों के ठीक नीचे पानी रखने की जगह नहीं बनानी चाहिए। इससे घर में पैसों की तंगी बढ़ती है।

    इन बातों का रखें ध्यान

    सीढ़ियों के नीचे कभी भी टॉयलेट नहीं बनवाना चाहिए। इससे घर में वास्तु दोष लग सकता है। जिसके कारण परिवार के लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सीढ़ियों के नीचे स्टडी रूम भी नहीं बनवाना चाहिए। इसे पढ़ाई में मन लगाने में परेशानी होती है।

    क्या होनी चाहिए सीढ़ियों की संख्या

    वास्तु के अनुसार, कदम विषम संख्या में होने चाहिए, जैसे कि 9, 15, या 21। इन नंबरों को घरों के लिए भाग्यशाली माना जाता है क्योंकि ये घर में भाग्य और सौभाग्य ला सकते हैं। साथ ही, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि घर में सीढ़ियों की संख्या कभी भी शून्य से समाप्त नहीं होनी चाहिए।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'