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    Pitra Dosh: घर की इस दिशा में पितरों का होता है वास, भूलकर भी न करें ये काम, लग सकता है पितृ दोष

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Wed, 07 Jun 2023 10:48 AM (IST)

    ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक की कुंडली में पितृ दोष लगा होता है उसे जीवन में कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। पितृ दोष से निजात पाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

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    Pitra Dosh घर की किस दिशा में पितरों का वास होता है।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Pitra Dosh: हिंदू धर्म में पितृपक्ष का काफी महत्व है। पितृ पक्ष 15 दिन तक चलते हैं। इन दिनों में पितरों को याद करके पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध कर्म आदि किये जाते हैं। सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का महत्वपूर्ण स्थान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अशुभ ग्रहों की युति से कई दोष लगते हैं। इनमें से एक पितृ दोष है।

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    किस दिशा में होता है पितरों का वास

    ऐसा माना जाता है कि घर की दक्षिण दिशा में पितरों का वास है। मान्यता है कि इस दिशा में कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर इन बातों का ध्यान न रखा जाए तो घर में पितृ दोष उत्पन्न होने लगते हैं। अगर पितरों के श्राद्ध आदि नहीं किया जाता या फिर उनको याद नहीं करते हैं तो वे नाराज हो जाते हैं। इससे पितृ दोष उत्पन्न होता है।

    तस्वीर लगाते समय इन बातों का रखें ध्यान

    वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा यम की भी दिशा मानी जाती है। ऐसे में पितरों की तस्वीर हमेशा उत्तर दिशा की तरफ ही लगानी चाहिए। साथ ही पितरों का मुंह दक्षिण दिशा में होना चाहिए। वहीं बेडरूम या फिर ड्राइंग रूम में पितरों की फोटो नहीं लगानी चाहिए। माना जाता है कि इस जगह पर पितरों की फोटो रखने से घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर असर होता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि घर में एक से अधिक पितरों की फोटो नहीं लगानी चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि पितरों की तस्वीर को लटका कर नहीं रखना चाहिए। उनकी तस्वीर को लकड़ी के स्टैंड रखा जाना चाहिए। साथ ही घर के मंदिर या रसोई घर में भी पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'