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    Nose Ring: नाक के बाई तरफ ही क्यों पहनी जाती है नथ, जान लें वैज्ञानिक कारण भी

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Sun, 28 May 2023 10:13 AM (IST)

    नाक छिदवाना अब केवल भारतीय परम्परा का ही हिस्सा नहीं रह गया है। यह फैशन देश-विदेश में भी खूब चलन में है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नथ या नोज रिंग नाक के बाईं तरफ ही क्यों पहनी जाती है।

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    Nose Ring नाक के बाई तरफ ही क्यों पहनी जाती है नथ।

    नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क। Nose Ring: ब्राइडल लुक में नथ एक अहम भूमिका निभाती है। नथ के बिना यह लुक अधूरा है। नथ, सुहागिन स्त्री के सोलह श्रृंगार में से एक है। भारतीय परंपरा में नथ को नाक के बाई तरफ ही पहना जाता है। ज्योतिष के अनुसार इसके पीछे कई कारण मौजूद हैं। साथ ही विज्ञान की दृष्टि से भी यह लाभदायक है।

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    बाईं ओर ही क्यो पहनी जाती है नथ

    आपने ज्यादातर महिलाओं को नाक के बाईं ओर ही नथ पहनते हुए देखा होगा। इसके पीछे मान्यता यह है कि नाक का बायां हिस्सा मासिक धर्म से जुड़ा होता है। जब इस हिस्से में छेद करके नोज रिंग पहनी जाती है तब  मासिक धर्म को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

    नथ पहनने के क्या हैं फायदे

    ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दुल्हन की नथ वैवाहिक जीवन में मजबूती लाती है। किसी भी शुभ अवसर पर नथ पहनना एक अच्छा संकेत माना जाता है। यह सुंदरता को तो बढ़ाती है साथ ही यह भी माना जाता है कि इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, और आपके घर में बरकत बनी रहती है।

    स्वास्थ्य की दृष्टि से क्या हैं लाभ

    नथ को नाक के बाईं तरफ पहनने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी मौजूद है। इससे महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्याओं से राहत मिलती है। साथ ही इससे कई रोगों से निपटने में लाभ मिलता है। ज्योतिष शास्त्र में सोने या चांदी की नथ पहनने की सलाह दी जाती है। सोना धातु जहां एक तरफ शरीर को ऊर्जा देता है, वहीं चांदी शरीर को शीतलता प्रदान करती है। चांदी को मन का कारक भी माना जाता है, इसलिए चांदी की नोज रिंग पहनने से मानसिक शांति भी मिलती है।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'