Vastu Tips: रूठी पत्नी को मनाने के लिए अपनाएं ये उपाय, प्यार को मिलेगा नया आयाम
Vastu Tips वास्तु नियमों का पालन करने से सब कुछ मन मुताबिक होता है। अनदेखी करने से घर की खुशियों को ग्रहण लग जाता है। इससे न केवल आर्थिक समस्या पैदा होती है बल्कि परिवार के सदस्यों के मध्य भी कलह की स्थिति पैदा हो जाती है।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Vastu Tips: सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। वास्तु नियमों का पालन करने से सब कुछ मन मुताबिक होता है। अनदेखी करने से घर की खुशियों को ग्रहण लग जाता है। इससे न केवल आर्थिक समस्या पैदा होती है, बल्कि परिवार के सदस्यों के मध्य भी कलह की स्थिति पैदा हो जाती है। पति-पत्नी के बीच अनबन होने लगती है। रिश्ते में दूरियां बढ़ने लगती हैं। कई बार वियोग की भी स्थिति पैदा हो जाती है। अत: वास्तु नियमों का जरूर पालन करें। वास्तु शास्त्र में पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करने से रिश्ते मधुर हो जाते हैं। आप भी अपनी रूठी पत्नी को मनाने के लिए ये उपाय कर सकते हैं। आइए जानते हैं-
वास्तु उपाय
- अगर आपके रिश्ते भी मधुर नहीं है और आपकी पत्नी हमेशा आपसे नाराज रहती हैं, तो शयन कक्ष में ताजा फूल रखें। अगर सुविधा है, तो रोजाना ताजे फूल रख सकते हैं। समय के अभाव में फूल सूखने के बाद भी बदल सकते हैं। इस उपाय को करने से पति-पत्नी के रिश्ते मधुर होते हैं।
- वास्तु जानकारों की मानें तो शयन कक्ष में दर्पण नहीं लगाना चाहिए। इससे रिश्ते में दूरियां बढ़ती हैं। इसके लिए भूलकर भी दर्पण न लगाएं। अगर आपके शयन कक्ष में दर्पण लगा है, तो हटा दें। इस उपाय को करने से आपको अवश्य लाभ प्राप्त होगा।
- अगर आप अपने रिश्ते को नया आयाम देना चाहते हैं, तो शयन कक्ष की उत्तर दिशा में राधा कृष्ण जी की चित्र जरूर लगाएं। ऐसा करने से पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम और स्नेह बढ़ता है।
- अगर पति-पत्नी के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं, तो रिश्ते को मधुर और मजबूत बनाने के लिए शयन कक्ष में रोजाना लाल रंग की मोमबत्ती जलाएं। इस उपाय को करने से पति-पत्नी के बीच रिश्ते मधुर होते हैं।
- अगर पति-पत्नी के बीच लंबे समय से अनबन है, तो रोजाना रात में सोते समय तकिए के नीचे कपूर रखें। अगली सुबह कपूर को जला दें। इस उपाय को करने से रिश्ते मधुर होते हैं।
डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '
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