नवरात्र में इन मंत्रों के जपने से आपकी कई परेशानी दूर हो सकती है
माँ दुर्गा के मंत्र में बहुत शक्ति है जिससे आप कई मुसीबतों से बहार आ सकते है। जीवन में हर तरह की बाधा दूर हो सकती है। साफ और स्वच्छ दिल से मां के कुछ मंत्र का जाप कर आप अपने मनोकामना को पूरा कर सकते हैं ।
माँ दुर्गा के मंत्र में बहुत शक्ति है जिससे आप कई मुसीबतों से बहार आ सकते है। जीवन में हर तरह की बाधा दूर हो सकती है। साफ और स्वच्छ दिल से मां के कुछ मंत्र का जाप कर आप अपने मनोकामना को पूरा कर सकते हैं ।
इच्छा को पूरा करने के लिए –मंत्र
ॐ ह्रींग डुंग दुर्गायै नमः
माँ दुर्गा के चमत्कारी महामंत्र यह मंत्र सभी प्रकार की सिद्धि को पाने में मदद करता है, यह मंत्र सबसे प्रभावी और गुप्त मंत्र माना जाता है और सभी उपयुक्त इच्छाओं को पूरा करने की शक्ति इस मंत्र में होती है।
"ॐ अंग ह्रींग क्लींग चामुण्डायै विच्चे "
यह देवी माँ का बहुत लोकप्रिय मंत्र है। यह मंत्र देवी प्रदर्शन के समारोहों में आवश्यक है। दुर्गासप्तशा प्रदर्शन से पहले इस मंत्र को सुनाना आवश्यक है।
इस मंत्र की शक्ति : यह मंत्र दोहराने से हमें सुंदरता ,बुद्धि और समृद्धि मिलती है। यह आत्म की प्राप्ति में मदद करता है।
गौरी मंत्र, लायक पति मिलने के लिए
" हे गौरी शंकरधंगी ! यथा तवं शंकरप्रिया,
तथा मां कुरु कल्याणी ! कान्तकान्तम् सुदुर्लभं "
सब प्रकार के कल्याण के लिये
“सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥”
धन के लिए मंत्र
“दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:
स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या
सर्वोपकारकरणाय सदाऽऽर्द्रचित्ता॥”
आकर्षण के लिए मंत्र
“ॐ क्लींग ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती ही सा,
बलादाकृष्य मोहय महामाया प्रयच्छति "
विपत्ति नाश के लिए मंत्र
“शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे।
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥”
शक्ति प्राप्ति के लिए मंत्र
सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्ति भूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोऽस्तु ते॥
रक्षा पाने के लिए मंत्र
शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके।
घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च॥
आरोग्य और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए मंत्र
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
भय नाश के लिए मंत्र
“सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते।
भयेभ्याहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तु ते॥
महामारी नाश के लिए मंत्र
जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते॥
सुलक्षणा पत्नी की प्राप्ति के लिए मंत्र
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥
पाप नाश के लिए मंत्र
हिनस्ति दैत्यतेजांसि स्वनेनापूर्य या जगत्।
सा घण्टा पातु नो देवि पापेभ्योऽन: सुतानिव॥
भुक्ति-मुक्ति की प्राप्ति के लिए मंत्र
विधेहि देवि कल्याणं विधेहि परमां श्रियम्।
रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
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