Pashupatinath Avatar: इसलिए भगवान शिव को लेना पड़ा था पशुपतिनाथ अवतार? वजह कर देगी हैरान
भगवान शिव ने पशुपतिनाथ जी का अवतार संसार में धर्म और न्याय की रक्षा के लिए लिया था। भोलेनाथ के इस अवतार की पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। पशुपतिनाथ की पूजा बेहद फलदायी मानी जाती है। शिव जी के इस रूप (Shiva Avatar) की आराधना से सभी कष्टों को आसानी से कम किया जा सकता है तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। भगवान शिव की देवों के देव माने जाते हैं। उन्होंने जगत के कल्याण के लिए अनेक रूप धारण किए जिनका अपना-अपना महत्व है। ऐसा ही एक भोलेनाथ का अवतार पशुपतिनाथ (Pashupatinath Avatar Katha) जी भी हैं। यह अवतार उन्होंने क्यों लिया, इसके पीछे क्या कारण छिपा है? आइए इस आर्टिकल में जानते हैं।
पशुपतिनाथ अवतार कथा (Pashupatinath Avatar Story)
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पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक समय पृथ्वी लोक पर नकारात्मकता और अन्याय बढ़ने लगा था। जीव-जंतु, मनुष्य और यहां तक कि देवता भी अपने कर्मों के बोझ से त्रस्त थे। स्वार्थ, लोभ और अहंकार ने सभी को अंधा कर दिया था, जिससे धर्म और न्याय का संतुलन पूरी तरह से बिगड़ गया था। ऐसी परिस्थिति से पूरे संसार को बचाने के लिए भगवान शिव ने पशुपतिनाथ का अवतार लिया।
'पशु' शब्द का मतलब जीव और 'पति' का मतलब स्वामी या रक्षक। भगवान शिव ने इस शांत और करुणामय रूप को धारण करके सभी जीवों को उनके कर्मों के अनुसार न्याय दिया। उनका यह अवतार सृष्टि में व्यवस्था और संतुलन स्थापित करने के लिए था।
पशुपतिनाथ अवतार की एक और वजह है कि यह जीवों को उनके कर्मों के लिए जागरूक करता है। भगवान शिव इस रूप में सभी प्राणियों के कर्मों को देखते हैं और उन्हें उनके कामों के अनुसार फल देते हैं। भगवान शिव का यह रूप हमें धैर्य और निष्ठा के साथ अपने कर्मों का सामना करने की शक्ति देता है, खासकर कठिन समय में।
ऐसी मान्यता है कि जो लोग शिव जी के इस स्वरूप की पूजा करते हैं, उनके सभी कष्टों का अंत होता है। इसके साथ ही सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
पशुपतिनाथ की पूजा का महत्व (Pashupatinath Avatar Significance)
भगवान शिव के शांत और करुणामय स्वरूप, पशुपतिनाथ की पूजा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। पशुपतिनाथ भगवान की पूजा मुख्य रूप से शांति, समृद्धि और सभी प्रकार के सांसारिक दुखों से मुक्ति पाने के लिए की जाती है। इस अवतार की पूजा का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि यह भक्तों को उनके कर्मों के प्रति जागरूक करती है।
मान्यता है कि पशुपतिनाथ की पूजा से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही जीवन में संतुलन बना रहता है।
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