Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Red lehenga In Wedding: जानें, क्यों दुल्हन शादी में पहनती हैं लाल जोड़ा और क्या है महत्व ?

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Tue, 09 May 2023 10:08 AM (IST)

    Red lehenga In Wedding सनातन धर्म में लाल रंग का विशेष महत्व है। लाल रंग ऊर्जा साहस त्याग तपस्या उत्साह उमंग सौभाग्य का प्रतीक होता है। दुल्हन भी शादी के बाद सोलह श्रृंगार करती हैं। इसमें लाल रंग का इस्तेमाल करती हैं।

    Hero Image
    Red lehenga In Wedding: जानें, क्यों दुल्हन शादी में पहनती हैं लाल जोड़ा और क्या है महत्व ?

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Red lehenga In Wedding: सनातन धर्म में विवाह को पवित्र कर्मकांड माना गया है। इसमें दो आत्माओं का मिलन होता है। आसान शब्दों में कहें तो विवाह पश्चात वर और वधु संपूर्ण होते हैं। इससे पूर्व दोनों में कोई न कोई अपूर्णता अवश्य रहती है। इसके लिए शादी पर उत्सव जैसा माहौल रहता है। दोनों पक्षों के लोग पूर्व से तैयारी करते हैं। सनातन रीति रिवाजों का पालन कर वर और वधु परिणय सूत्र में बंधते हैं। इस मौके पर उपस्थित लोग वर और वधु को आशीर्वाद देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि शादी में क्यों दुलहन लाल जोड़ा ही पहनती हैं ? आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    धार्मिक महत्व

    सनातन धर्म में लाल रंग का विशेष महत्व है। लाल रंग ऊर्जा, साहस, त्याग, तपस्या, उत्साह, उमंग, सौभाग्य का प्रतीक होता है। दुल्हन भी शादी के बाद सोलह श्रृंगार करती हैं। इसमें लाल रंग का इस्तेमाल करती हैं। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो धार्मिक अनुष्ठान के समय लाल, गुलाबी या पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है। लाल रंग सकारात्मक शक्ति का प्रतीक होता है। जब शादी में दुल्हन लाल रंग का जोड़ा पहनती हैं, तो सकारात्मक शक्ति का संचार घर में होता है। जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा को लाल रंग अति प्रिय है। दुल्हन द्वारा लाल रंग का जोड़ा पहनकर धार्मिक कार्य करने से मां प्रसन्न होती हैं। इससे मां दुर्गा की कृपा दृष्टि दुलहन और दूल्हे पर पड़ती है। इसके लिए दुल्हन शादी पर लाल जोड़ा पहनती हैं।

    क्या न पहनें

    ज्योतिष शास्त्र के जानकारों की मानें तो शुभ कार्य जैसे शादी, विवाह, पूजा समेत मांगलिक कार्य में काले, नीले और भूरे रंग के कपड़े न पहनें। इन रंगों का वस्त्र धारण कर शुभ कार्य करने से फल नहीं प्राप्त होता है।.ये रंग नकारात्मक शक्तियों को आकर्षित करते हैं। इससे शुभ कार्य में सिद्धि भी प्राप्त नहीं होती है। इसके लिए मांगलिक कार्यों में इन रंगों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।