Weekly Vrat Tyohar 24 to 30 September 2023: इस सप्ताह शुरू हो रहा है पितृ पक्ष, पढ़िए व्रत-त्योहारों की सूची
Weekly Vrat Tyohar 2023 सितंबर मास का अंतिम शुरू हो चुका है। इस सप्ताह में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार मनाएं जाएंगे जिनका अध्यात्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व है। बता दें कि इस सप्ताह में प्रदोष व्रत परिवर्तिनी एकादशी अनंत चतुर्दशी व्रत रखे जाएंगे। साथ ही सप्ताह पितृ पक्ष शुरू हो रहा है। आइए पढ़ते हैं साप्ताहिक व्रत त्योहारों की सूची।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Weekly Vrat Tyohar 24 to 30 September 2023: सितंबर मास का अंतिम शुरू हो चुका है। इस सप्ताह में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार मनाएं जाएंगे, जिनका आध्यात्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व है। बता दें कि इस सप्ताह प्रदोष व्रत, परिवर्तिनी एकादशी व्रत रखे जाएंगे। साथ ही इस सप्ताह पितृ पक्ष भी शुरू हो रहा है। आइए पढ़ते हैं, सितंबर मास में पड़ने वाले सभी व्रत एवं त्योहारों की सूची।
25 सितंबर 2023 सोमवार: परिवर्तिनी एकादशी व्रत
हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन परिवर्तिनी एकादशी व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से साधकों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
26 सितंबर 2023 मंगलवार: वामन जयंती, भुवनेश्वरी जयंती
भाद्रपद मास में द्वादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु के वामन स्वरूप की उपासना की जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु के वामन स्वरूप की उपासना करने से व्यक्ति को बल, बुद्धि और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही इसी दिन दस महाविद्याओं में से एक देवी भुवनेश्वरी का जन्मदिवस मनाया जाता है।
27 सितंबर 2023 बुधवार: प्रदोष व्रत
प्रत्येक मास की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन बुध प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव की आराधना करने से व्यक्ति को सुख-समृधि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
28 सितंबर 2023 गुरुवार: गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी
प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन धूमधाम से बप्पा को विदा किया जाता है। साथ ही इस दिन अनंत चतुर्दशी व्रत भी रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की उपासना का विधान है। मान्यता है कि इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु की उपासना करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।
29 सितंबर 2023 शुक्रवार: पितृ पक्ष प्रारंभ, भाद्रपद पूर्णिमा
सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। इसका शुभारंभ भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से हो जाता है। पितृ पक्ष की अवधि में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म इत्यादि किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद परिवार पर बना रहता है और कई दोष दूर हो जाते हैं।
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