Weekly Vrat Tyohar 15 May to 21 May 2023: एकादशी से वट सावित्री व्रत तक, पढ़िए साप्ताहिक व्रत-त्योहार की सूची
Weekly Vrat Tyohar 15 May to 21 May 2023 मई महीने का तीसरा सप्ताह शुरू हो रहा है। बता दें कि इस सप्ताह में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार मनाएं जाएंगे साथ ही कुछ महत्वपूर्ण ज्योतिष घटनाएं होंगी। आइए पढ़ते हैं इस सप्ताह पड़ने वाले व्रत एवं त्योहारों की सूची।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Weekly Vrat Tyohar 15 May to 21 May 2023: मई मास का दूसरा सप्ताह शुरू होने जा रहा है। बता दें कि पंचांग के अनुसार इस सप्ताह में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार मनाएं जाएंगे। साथ ही सप्ताह की शुरुआत में ही बड़ी ज्योतिषीय घटना होने जा रही है, जिसे अध्यात्मिक और ज्योतिषीय रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए जानते हैं इस सप्ताह में पड़ने वाले सभी व्रत और त्योहारों की सूची।
15 मई 2023, सोमवार- अपरा एकादशी व्रत
हिन्दू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन अपरा एकादशी व्रत रखा जाता है। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु की विशेष उपासना करने से भक्तों को अक्षय पुण्य, बल, बुद्धि, विद्या और धन की प्राप्ति होती है।
15 मई 2023, सोमवार- वृषभ संक्रांति
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव एक माह के अंतराल के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। बता दें कि इस दिन सूर्य मेष राशि से वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे, जिस वजह से इस दिन को वृषभ संक्रांति के नाम से जाना जाएगा।
17 मई 2023, बुधवार- प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि
ज्येष्ठ मास का पहला प्रदोष व्रत इस दिन रखा जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की उपासना का विधान है। माना जाता है कि इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव की उपासना करने से साधक को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है और जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती है। इसी दिन मासिक शिवरात्रि पूजा भी की जाएगी।
19 मई 2023, शुक्रवार- वट सावित्री व्रत
हिन्दू पंचांग के अनुसार भारत के कई हिस्सों में वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि के दिन रखा जाता है। इस विशेष दिन पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए वट सावित्री व्रत रखती हैं और वट यानी बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं।
19 मई 2023, शुक्रवार- शनि जयंती
ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन शनि जयंती भी मनाई जाती है। इस विशेष दिन पर शनि देव की उपासना करने से साधकों को शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
19 मई 2023, शुक्रवार- ज्येष्ठ अमावस्या
ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि के दिन उपवास रखने का भी विशेष महत्व है। इस दिन स्नान-दान और पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन शनि देव की उपासना का भी विशेष महत्व है। ऐसा करने से शनि दोष के भय से छुटकारा मिल जाता है।
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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