Weekly Vrat Tyohar 04 June to 10 June 2023: कबीर जयंती से कालाष्टमी तक, पढ़िए साप्ताहिक व्रत एवं त्योहार सूची
Weekly Vrat Tyohar 04 June to 10 June 2023 जून मास पहला सप्ताह शुरू हो रहा है। इस सप्ताह में आषाढ़ मास का शुभारंभ हो जाएगा जिसे हिन्दू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए पढ़ते हैं साप्ताहिक व्रत-त्योहार की सूची।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Weekly Vrat Tyohar 04 June to 10 June 2023: जून मास का पहला सप्ताह शुरू हो चुका है। इस मास में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार रखे जाएंगे। बता दें कि जून मास में कबीर जयंती, आषाढ़ मास का शुभारंभ, संकष्टी चतुर्थी व्रत और कालाष्टमी व्रत रखा जाएगा। बता दें कि हिंदू धर्म में आषाढ़ मास को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मास में भगवान शिव और भगवान विष्णु की आराधना का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं, जून मास के पहले सप्ताह में पड़ने वाले व्रत एवं त्यौहारों की सूची।
4 जून 2023, रविवार- कबीर जयंती
हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन कबीर दास जयंती मनाई जाती है। संत कबीर दास भक्तिकाल के प्रमुख कवि थे। जो एक महान विचारक और समाज सुधारक भी थे। उन्होंने समाज में चल रही कई बुराइयों पर दोहे और कविताओं की रचना की थी। इस विशेष दिन पर उनके इन्हीं विचारों को याद किया जाता है।
5 जून 2023, बुधवार- आषाढ़ मास प्रारंभ
हिंदू धर्म में आषाढ़ मास का विशेष महत्व है। इस मास में भगवान विष्णु और भगवान शिव की आराधना का विधान है। शास्त्रों में बताया गया है कि आषाढ़ मास में देवी-देवताओं की उपासना करने से कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है। साथ ही इस मास में स्नान, दान और तप करने से पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
7 जून 2023, बुधवार- कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी व्रत
आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाता है। इस विशेष दिन पर गणेश जी की आराधना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति जी की आराधना करने से साधक को बल, बुद्धि, विद्या और धन की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है।
10 जून 2023, शनिवार- मासिक कालाष्टमी व्रत
प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन कालाष्टमी व्रत रखा जाता है। इस विशेष दिन पर भगवान काल भैरव की विशेष उपासना की जाती है। शास्त्रों में बताया गया है की कालाष्टमी व्रत के दिन पूजा-पाठ करने से अकाल मृत्यु का भय दूर हो जाता है और साधक को कई प्रकार के दोष से मुक्ति प्राप्त हो जाती है।
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