Vijaya Ekadashi 2023: विजया एकादशी पर इन उपायों के साथ करें भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना
Vijaya Ekadashi 2023 हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं और धन-समृद्धि में वृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

नई दिल्ली, अध्यात्मिक डेस्क | Vijaya Ekadashi 2023: प्रत्येक माह में दो एकादशी व्रत रखे रहते हैं। वहीं फाल्गुन मास का पहला एकादशी व्रत यानि विजया एकादशी व्रत 16 फरवरी 2023, गुरुवार (Vijaya Ekadashi 2023 Date) के दिन रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं और सभी दुख दूर हो जाते हैं। साथ ही ज्योतिष शास्त्र में विजया एकादशी के संदर्भ में कुछ उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करने से साधक को सभी कार्यों में विजय प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है और धन से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं विजया एकादशी के कुछ कारगर उपाय।
आर्थिक उन्नति के लिए करें ये उपाय
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि आर्थिक समस्या को दूर करने के लिए विजया एकादशी के दिन पान के पत्ते पर कुमकुम से 'श्री' अक्षर लिखकर भगवान विष्णु को अर्पित करना चाहिए। इसके बाद विधि-विधान से श्रीहरि और माता लक्ष्मी की पूजा करें। फिर इन पत्तों को लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है।
रिश्तो में आ रहे तनाव को दूर करने के लिए
वैचारिक मतभेद और परिवार में तनाव को दूर करने के लिए विजया एकादशी के दिन पीतल के लोटे में गंगाजल डालकर उसमें हल्दी, पीला चंदन व तुलसी डालें और इस जल को पूरे घर में छिड़क दें। ऐसा करने से परिवार में उत्पन्न होने वाले मतभेद खत्म हो जाते हैं और परिवार में सुख का वातावरण बना रहता है।
चंदन से करें यह उपाय
ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि भगवान विष्णु को शुभ मुहूर्त में पीले चंदन, गुलाब जल और केसर युक्त तिलक अवश्य लगाएं। इसके बाद स्वयं भी वह तिलक लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से कई प्रकार के दोष दूर हो जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
शत्रु पर विजय प्राप्ति के लिए
कई बार शत्रु पक्ष से परेशानियां उत्पन्न होती रहती हैं। इस समस्या के निवारण के लिए विजया एकादशी के दिन श्रीहरि की पूजा करें और एक नारियल में बुरा और घी मिलाकर जमीन में गाड़ दें। इस कार्य के लिए चीटियों के बिल के निकट की जगह बहुत ही उत्तम है। ऐसा करने से शत्रु बाधा दूर हो जाती है।
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