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    Vat Savitri Vrat 2025: वट सावित्री पर क्या खाएं, क्या नहीं, जरूर जान लें ये नियम

    Updated: Tue, 20 May 2025 05:34 PM (IST)

    हर साल ज्येष्ठ महीने में आने वाली अमावस्या पर वट सावित्री व्रत किया जाता है। ऐसा में इस बार यह व्रत सोमवार 26 मई को किया जाएगा। ऐसे में चलिए जानते हैं कि इस दिन पर व्रती महिला को क्या खाना चाहिए और किन चीजों के सेवन से दूरी बनानी चाहिए।

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    Vat Savitri Vrat 2025 वट सावित्रि व्रत के खानपान संबंधी नियम।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वट सावित्री व्रत मुख्य तौर से सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए रखा जाता है। साथ ही यह भी माान्यता है कि इस व्रत को करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन खासतौर से वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है। 

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    इन चीजों का कर सकते हैं सेवन

    वट सावित्री व्रत में मुख्य तौर से सिंघाड़े के आटे से बने पकवान और गुड़ व आटे से बने पकवान खाए जाते हैं। इसके साथ ही इस व्रत में चना, पूरी और पूए का भोग लगाकर भी प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। कई जगहों पर इस व्रत में मीठी पुड़िया और मुरब्बा खाने का भी प्रचलन है।

    इस दिन पर कुछ महिलाएं इस दिन सिर्फ फलाहार करके व्रत का पालन करती हैं। ऐसे में आप इस व्रत के दिन मौसमी फल जैसे आम, लीची, तजबूज, खरबूजा आदि का सेवन कर सकते हैं। इसके साथ ही आप नारियल पानी भी पी सकते हैं, जो आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

    भूल से भी न खाएं ये चीजें

    वट सावित्री व्रत के दिन व्रती के साथ-साथ परिवार के अन्य लोगों को भी वट सावित्री व्रत के दिन मांस-मदिरा के सेवन से दूरी बनानी चाहिए। साथ ही इस दिन चावल, दाल और प्याज, लहसुन से बनी चीजों का सेवन करने की भी मनाही होती है। इसके साथ ही इस बात का खासतौर से ध्यान रखें कि व्रत में सामान्य नमक का इस्तेमाल न करें, वरना आपका व्रत खंडित हो सकता है।

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    करें इन मंत्रों का जप

    वट सावित्री व्रत की पूजा के दौरान इस व्रत का जप जरूर करें। ऐसा करने से आपको अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिल सकता है।

    अवैधव्यं च सौभाग्यं देहि त्वं मम सुव्रते।

    पुत्रान् पौत्रांश्च सौख्यं च गृहाणार्घ्यं नमोऽस्तुते।।

    यथा शाखाप्रशाखाभिर्वृद्धोऽसि त्वं महीतले।

    तथा पुत्रैश्च पौत्रैश्च सम्पन्नं कुरु मा सदा।।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।