Vat Savitri Vrat 2023: वट सावित्री व्रत के दिन कई सालों के बाद बन रहा है अत्यंत शुभ संयोग, जानिए पूजा महत्व
Vat Savitri Vrat 2023 हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत हर साल ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की अमावस्या तिथि के द ...और पढ़ें

नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | Vat Savitri Vrat 2023: सनातन धर्म में वट सावित्री व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन रखा जाता है। इस वर्ष यह व्रत 19 मई 2023, शुक्रवार के दिन रखा जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और परिवार में सुख समृद्धि के लिए सूर्योदय से सूर्यास्त तक व्रत रखती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वट सावित्री व्रत के दिन बरगद के पेड़ की पूजा करने से साधक को अत्यंत लाभ मिलता है और जीवन में आ रही सभी परेशानियां दूर हो जाती है। इस विशेष दिन पर अत्यंत शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। आइए जानते हैं वट सावित्री व्रत शुभ योग और पूजा महत्व।
वट सावित्री व्रत शुभ संयोग
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हिंदू पंचांग के अनुसार, वट सावित्री व्रत के दिन शोभन योग बन रहा है जो 18 मई 2023 रात्रि 7:37 से 19 मई 2023 शाम 7:17 तक रहेगा। इस योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस योग में पूजा-पाठ करने से वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि आती है और धन-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
वट सावित्री व्रत के दिन चंद्रमा गुरु के साथ मेष राशि में होंगे, जिससे गजकेसरी योग बनेगा। ऐसे में इस शुभ योग में पूजा-पाठ और शुभ कार्य करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। साथ ही साधक को मां लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
वट सावित्री व्रत पर शनि जयंती भी मनाई जाएगी। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, इस समय शनि स्वराशि कुंभ में विराजमान है, जिससे शश राजयोग निर्माण हो रहा है। शश राजयोग के निर्माण से व्यक्ति को मान-सम्मान और आरोग्यता की प्राप्ति होती है।
वट सावित्री व्रत के दिन करें बरगद वृक्ष की पूजा
शास्त्रों में बताया गया है कि बरगद के पेड़ में त्रिदेव अर्थात ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश वास करते हैं। इसलिए इस विशेष दिन पर बरगद के पेड़ की पूजा करने से जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती है और दांपत्य जीवन में कभी भी तनाव नहीं आता है। वहीं आर्थिक क्षेत्र से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती है। इस विशेष दिन पर वटवृक्ष की विशेष उपासना की जाती है और पेड़ की चारों ओर रक्षा सूत्र बांधा जाता है। माना जाता है ऐसा करने से पारिवारिक जीवन की सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
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