Tulsi Vivah 2025: तुलसी विवाह के दिन करें ये सरल उपाय, घर में जल्द बजेंगी शहनाइयां
तुलसी विवाह कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वादशी को मनाया जाने वाला एक पवित्र पर्व है, जिसमें माता तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह कराया जाता है। यह दिन उन लोगों के लिए विशेष है जिनकी शादी में बाधाएं आ रही हैं। तो आइए इस दिन से जुड़े उपाय जानते हैं।

Tulsi Vivah 2025: तुलसी विवाह के दिन करें ये उपाय।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का पर्व बेहद पवित्र माना जाता है, जो कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन माता तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह कराया जाता है। यह दिन उन लोग के लिए बहुत खास होता है, जिनकी शादी में लगातार अड़चनें आ रही हैं।
ऐसी मान्यता है कि तुलसी विवाह के दिन किए गए कुछ सरल उपाय (Tulsi Vivah 2025 Shadi Ke Upay) करने से विवाह से जुड़ी सभी बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही मनचाहे विवाह के योग बनते हैं।
शीघ्र विवाह के लिए अचूक उपाय (For Marriage On Tulsi Vivah Do These Remedies)
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सोलह शृंगार की सामग्री चढ़ाएं
तुलसी विवाह के दिन माता तुलसी को दुल्हन की तरह सजाएं। उन्हें लाल चुनरी, चूड़ियां, सिंदूर, बिंदी समेत सोलह शृंगार की सभी वस्तुएं श्रद्धापूर्वक अर्पित करें। ऐसा करने से विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती हैं और वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।
हल्दी से करें ये काम
तुलसी विवाह के दिन जिनके विवाह में मुश्किलें आ रही हैं, वे जातक नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर नहाएं। इसके बाद विधिवत पूजा करें। फिर भगवान शालिग्राम और तुलसी माता को हल्दी का लेप या हल्दी मिश्रित दूध अर्पित करें।
इस उपाय को करने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है, जिससे विवाह के योग शीघ्र बनने लगते हैं।
तुलसी-शालिग्राम का गठबंधन
तुलसी विवाह के अनुष्ठान के दौरान, शालिग्राम जी और तुलसी के पौधे को मौली से एक-दूसरे के साथ बांधकर गठबंधन करें।
गठबंधन के बाद, किसी गरीब या ब्राह्मण को कपड़े, मिठाई और फल का दान जरूर करें। ऐसा करने से जल्द विवाह के योग बनते हैं।
घी का दीपक और मंत्र जाप
शाम के समय तुलसी के पौधे के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाएं और अपनी मनोकामना कहते हुए तुलसी चालीसा का पाठ और देवी के वैदिक मंत्रों ('ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा') का जप करें। ऐसा करने से सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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