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Tulsi Tips: सूर्य ग्रहण में क्यों किया जाता है तुलसी का उपयोग, जानिए

Tulsi Tips in Surya Grahan हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है। शास्त्रों में सूर्य ग्रहण के तुलसी के उपयोग को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। आइए जानते हैं क्यों किया जाता है ग्रहण के दिन तुलसी का उपयोग।

By Shantanoo MishraEdited By: Published: Tue, 25 Oct 2022 02:02 PM (IST)Updated: Tue, 25 Oct 2022 02:02 PM (IST)
Tulsi Tips: सूर्य ग्रहण के दौरान जरूर करें तुलसी का इस्तेमाल।

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Tulsi Tips, Surya Grahan 2022: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। किसी भी मांगलिक कार्य में तुलसी का उपयोग निश्चित रूप से किया जाता है। बता दें कि आज यानि 25 अक्टूबर 2022 (Surya Grahan 2022 Date) के दिन इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण दोपहर 2:29 से शाम 6:32 तक रहेगा। इस बीच सूतक काल के दौरान लोगों को कई प्रकार की सावधानियां बरतनी होंगी। मान्यता है कि सूतक काल में ना तो खाना बनाना चाहिए और ना ही किसी भी प्रकार का अन्न ग्रहण करना चाहिए।

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इसके साथ ग्रहण के दौरान शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का सबसे अधिक ध्यान रखना चाहिए। यही कारण है कि शास्त्रों में सूर्य ग्रहण के दौरान तुलसी के पत्ते के सेवन का और इन्हें इस्तेमाल करने की विधि का विस्तार से वर्णन किया गया है। आइए जानते हैं कि क्या है तुलसी के पत्ते का महत्व और ग्रहण के दौरान किस प्रकार का नुस्खा अपनाना चाहिए।

ग्रहण के दौरान अपनाएं यह नुस्खा (Tulsi Tips for Surya Grahan)

हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को बहुत ही गंभीरता से लिया जाता है। इस दौरान खाने-पीने तक की मनाही होती है। मान्यता है कि ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए खाने में तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए। इससे भोजन अपवित्र नहीं होता है और ग्रहण के बाद इन्हें खाया जा सकता है।

ग्रहण के दौरान क्यों खाने में डाली जाती है तुलसी

शास्त्रों में बताया गया है कि ग्रहण के दौरान सूतक काल लगने से वातावरण में नकारात्मक उर्जाओं का संचार होता है। जिससे सभी प्रकार की चीजें अशुद्ध हो जाती हैं। यही कारण है कि ग्रहण के बाद स्नान करने का नियम ज्योतिष शास्त्र में वर्णित है। वहीं तुलसी को सबसे पवित्र पौधा माना जाता है इसलिए इनके पत्ते खाने में डालने से ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है। वहीं खाना अशुद्ध नहीं होता है। इसके साथ आयुर्वेद में भी तुलसी को बहुत ही महत्वपूर्ण पौधा बताया गया है। इसमें पाए जाने वाले औषधीय गुण व्यक्ति के लिए बहुत फायदेमंद साबित होते हैं।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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