Tulsi Ke Totke: मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए जरूर आजमाएं तुलसी के ये उपाय, दांपत्य जीवन होगा खुशहाल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी के उपाय व्यक्ति के जीवन के लिए बेहद फलदायी साबित होते हैं और घर में खुशियों का आगमन होता है। यदि आप भी चाहते हैं कि आपका वैवाहिक जीवन सदैव खुशियों से भरा रहे तो ज्योतिष शास्त्र में बताए गए तुलसी के उपाय जरूर करें। इन उपाय के द्वारा इंसान को जीवन में कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Tulsi Ke Upay: सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को बेहद शुभ माना गया है। इसमें धन की देवी मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। इसलिए इस पौधे को घर में लगाने से सुख-शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुलसी के उपाय करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
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तुलसी के टोटके (Tulsi Ke Totke)
- जगत के पालनहार भगवान विष्णु को गुरुवार का दिन समर्पित है। इस दिन सुबह स्नान करने के बाद श्री हरि की पूजा करें और भोग लगाएं। साथ ही तुलसी दल भी अर्पित करें। पूजा के पश्चात तुलसी दल को पीले रंग के कपड़े में बांधकर धन के स्थान या तिजोरी में रख दें। इससे साधक पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
- अगर आप दांपत्य जीवन में सदैव प्रेम चाहते हैं, तो एकादशी के दिन पूजा के दौरान तुलसी के पौधे में कलावा बांधें। साथ ही तुलसी माता से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति की कामना करें। इस टोटके को करने से श्री हरि की कृपा बनी रहती है। दांपत्य जीवन सदैव खुशहाल रहता है।
- अगर आप किसी संकट का सामना कर रहे हैं, तो सुबह स्नान करने के बाद तुलसी के पौधे की परिक्रमा लगाएं। साथ ही मनोकामना पूर्ति के लिए कामना करें। इस उपाय को करने से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही सभी प्रकार के संकट से मुक्ति मिलती है।
- तुलसी के पौधे में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास माना गया है। ऐसे में एकादशी के दिन तुलसी के पौधे के देशी घी का दीपक जलाएं और परिक्रमा लगाएं। मान्यता है कि इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जातक को धन की प्राप्ति होती है।
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अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।
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