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    Guruwar Tips: गुरुवार के दिन करें मां तुलसी की पूजा, प्रसन्न होंगे श्री हरि विष्णु

    Updated: Thu, 02 Jan 2025 08:51 AM (IST)

    गुरुवार के दिन गुरु बृहस्पति भगवान विष्णु और देवी तुलसी की पूजा की जाती है। कहते हैं कि अगर इस दिन भक्ति भाव के साथ पूजा की जाए तो जीवन के सभी दुखों को आसानी से खत्म किया जा सकता है। वहीं अगर कोई भक्त भगवान विष्णु को प्रसन्न करने की कामना रखते हैं तो उन्हें इस दिन (Guruwar Upay) मां तुलसी की आराधना भी अवश्य करनी चाहिए।

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    Guruwar Ke Upay: तुलसी माता के नाम।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में भगवान विष्णु की पूजा अपने आप में शुभ मानी जाती है। उनकी पूजा से धन, ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर उनकी पूजा सच्ची भक्ति से की जाए, तो साधक को भविष्य में किसी चीज के लिए परेशान नहीं होना पड़ता है। इसके साथ ही इससे जीवन के बड़े से बड़े संकट को आसानी से खत्म किया जा सकता है। सबसे पहले सुबह जल्दी उठें। फिर जल में हल्दी डालकर स्नान करें। इसके बाद तुलसी के पेड़ में जल चढ़ाएं और देसी घी का दीपक जलाएं। इसके पश्चात देवी तुलसी के 108 नामों का जाप करें।

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    अंत में आरती से पूजा का समापन करें। ऐसा करने (Guruwar Ke Upay) से आपकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। साथ ही जीवन सुखी रहेगा, तो आइए यहां पर पढ़ते हैं।

    ।।तुलसी माता के नाम।।

    1.ॐ श्री तुलस्यै नमः

    2.ॐ नन्दिन्यै नमः

    3.ॐ देव्यै नमः

    4.ॐ शिखिन्यै नमः

    5.ॐ धारिण्यै नमः

    6.ॐ धात्र्यै नमः

    7.ॐ सावित्र्यै नमः

    8.ॐ सत्यसन्धायै नमः

    9.ॐ कालहारिण्यै नमः

    10.ॐ गौर्यै नमः

    11.ॐ देवगीतायै नमः

    12.ॐ द्रवीयस्यै नमः

    13.ॐ पद्मिन्यै नमः

    14.ॐ सीतायै नमः

    15.ॐ रुक्मिण्यै नमः

    16.ॐ प्रियभूषणायै नमः

    17.ॐ श्रेयस्यै नमः

    18.ॐ श्रीमत्यै नमः

    19.ॐ मान्यायै नमः

    20.ॐ गौर्यै नमः

    21.ॐ गौतमार्चितायै नमः

    22.ॐ त्रेतायै नमः

    23.ॐ त्रिपथगायै नमः

    24.ॐ त्रिपादायै नमः

    25.ॐ त्रैमूर्त्यै नमः

    26.ॐ जगत्रयायै नमः

    27.ॐ त्रासिन्यै नमः

    28.ॐ गात्रायै नमः

    29.ॐ गात्रियायै नमः

    30.ॐ गर्भवारिण्यै नमः

    31.ॐ शोभनायै नमः

    32.ॐ समायै नमः

    33.ॐ द्विरदायै नमः

    34.ॐ आराद्यै नमः

    35.ॐ यज्ञविद्यायै नमः

    36.ॐ महाविद्यायै नमः

    37.ॐ गुह्यविद्यायै नमः

    38.ॐ कामाक्ष्यै नमः

    39.ॐ कुलायै नमः

    40.ॐ श्रीयै नमः

    41.ॐ भूम्यै नमः

    42.ॐ भवित्र्यै नमः

    43.ॐ सावित्र्यै नमः

    44.ॐ सरवेदविदाम्वरायै नमः

    45.ॐ शंखिन्यै नमः

    46.ॐ चक्रिण्यै नमः

    47.ॐ चारिण्यै नमः

    48.ॐ चपलेक्षणायै नमः

    49.ॐ पीताम्बरायै नमः

    50.ॐ प्रोत सोमायै नमः

    51.ॐ सौरसायै नमः

    52.ॐ अक्षिण्यै नमः

    53.ॐ अम्बायै नमः

    54.ॐ सरस्वत्यै नमः

    55.ॐ सम्श्रयायै नमः

    56.ॐ सर्व देवत्यै नमः

    57.ॐ विश्वाश्रयायै नमः

    58.ॐ सुगन्धिन्यै नमः

    59.ॐ सुवासनायै नमः

    60.ॐ वरदायै नमः

    61.ॐ सुश्रोण्यै नमः

    62.ॐ चन्द्रभागायै नमः

    63.ॐ यमुनाप्रियायै नमः

    64.ॐ कावेर्यै नमः

    65.ॐ मणिकर्णिकायै नमः

    66.ॐ अर्चिन्यै नमः

    67.ॐ स्थायिन्यै नमः

    68.ॐ दानप्रदायै नमः

    69.ॐ धनवत्यै नमः

    70.ॐ सोच्यमानसायै नमः

    71.ॐ शुचिन्यै नमः

    72.ॐ श्रेयस्यै नमः

    73.ॐ प्रीतिचिन्तेक्षण्यै नमः

    74.ॐ विभूत्यै नमः

    75.ॐ आकृत्यै नमः

    76.ॐ आविर्भूत्यै नमः

    77.ॐ प्रभाविन्यै नमः

    78.ॐ गन्धिन्यै नमः

    79.ॐ स्वर्गिन्यै नमः

    80.ॐ गदायै नमः

    81.ॐ वेद्यायै नमः

    82.ॐ प्रभायै नमः

    83.ॐ सारस्यै नमः

    84.ॐ सरसिवासायै नमः

    85.ॐ सरस्वत्यै नमः

    86.ॐ शरावत्यै नमः

    87.ॐ रसिन्यै नमः

    88.ॐ काळिन्यै नमः

    89.ॐ श्रेयोवत्यै नमः

    90.ॐ यामायै नमः

    91.ॐ ब्रह्मप्रियायै नमः

    92.ॐ श्यामसुन्दरायै नमः

    93.ॐ रत्नरूपिण्यै नमः

    94.ॐ शमनिधिन्यै नमः

    95.ॐ शतानन्दायै नमः

    96.ॐ शतद्युतये नमः

    97.ॐ शितिकण्ठायै नमः

    98.ॐ प्रयायै नमः

    99.ॐ धात्र्यै नमः

    100.ॐ श्री वृन्दावन्यै नमः

    101.ॐ कृष्णायै नमः

    102.ॐ भक्तवत्सलायै नमः

    103.ॐ गोपिकाक्रीडायै नमः

    104.ॐ हरायै नमः

    105.ॐ अमृतरूपिण्यै नमः

    106.ॐ भूम्यै नमः

    107.ॐ श्री कृष्णकान्तायै नमः

    108.ॐ श्री तुलस्यै नमः

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।