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    Tips for Success: सफलता के लिए कौन-सी बॉडी लैंग्वेज है बेहतर, भारतीय संस्कृति में क्या है मुद्राओं का महत्व

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Sat, 27 May 2023 11:29 AM (IST)

    व्यक्ति जीवन में सफलता पाने के लिए दिन-रात मेहनत करता रहता है। सफलता पाने में व्यक्ति की बॉडी लैंग्वेज भी अहम भूमिका निभाती है। ऐसे में अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखें तो आपको जरूर सफलता प्राप्त होगी।

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    Tips for Success सफलता के लिए कौन-सी बॉडी लैंग्वेज है बेहतर।

    नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क। Tips for Success: बॉडी लैंग्वेज यानी शरीर की भाषा। व्यक्ति बोलने के साथ-साथ जो भी हाव-भाव करता है उसे बॉडी लैंग्वेज कहते हैं। हर व्यक्ति की अपनी एक बॉडी लैंग्वेज होती है। भारतीय संस्कृति के अनुसार, शरीर की यह भाषा आपके चरित्र को भी उजागर करती है। इसका असर हमारे करियर पर भी पड़ता है।

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    कैसे मिलाना चाहिए हाथ

    जब हम किसी से मिलते हैं तो हाथ मिलाते हैं। हाथ मिलाने के तरीके से यह भी पता चलता है कि सामने वाले व्यक्ति के मन में आपके लिए कितना आदर का भाव है। इसलिए जब भी हाथ मिलाएं तो उसमें वार्म वेलकम का भाव नजर आना चाहिए। भारतीय संस्कृति में जब हम किसी से मिलते हैं तो नमस्कार करते हैं। इसलिए, अगर आप हाथ मिलाने में असहज महसूस करते हैं तो नमस्कार भी कर सकते हैं।

    आई कांटेक्ट के क्या हैं लाभ

    बॉडी लैंग्वेज में आई कांटेक्ट जरूरी भूमिका निभाता है। अगर आप किसी व्यक्ति से आँखे मिलाकर बात करते हैं तो यह आपके आत्मविश्वास को दर्शाता है। इससे संवाद का स्तर और भी बढ़ जाता है और यह काम के प्रति आपकी गंभीरता को दर्शाता है। साथ ही जब भी आप कोई जरूरी बात करें तो हमेशा सीधे खड़े होकर करें। इससे सुनने वालो पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।

    किस काम से मिलेगी सफलता

    बोलने के साथ सुनने की कला होना भी बेहद जरूरी है। आज के समय में बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो दूसरों की बात को ध्यान से सुनते हैं। अगर व्यक्ति में सुनने की कला हो तो वह जरूर ही सफलता प्राप्त करता है। इसलिए जब सामने वाला व्यक्ति आपसे कुछ जरूरी बात कर रहा हो तो उसे एक जगह टिककर सुनने के बजाय थोड़ा झुककर सुने। यह आदत भी आपके व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाती है।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'