Tips for Kitchen: रसोई घर में न करें ये गलतियां, वरना झेलनी पड़ेगी मां अन्नपूर्णा की नाराजगी
कई बार जाने-अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो आगे चलकर हमारे लिए मुसीबत खड़ी कर सकती हैं। हिंदू शास्त्रों में रसोई से जुड़ी कुछ ऐसी ही गलतियों का जिक्र किया गया है जिन्हें करने से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इन बातों को जरूरी रूप से ध्यान रखना चाहिए।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, रसोई घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है, जिन्हें अनाज और भोजन की देवी माना जाता है। इसलिए रसोई को घर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। ऐसे में रसोई घर में कुछ विशेष नियमों का ध्यान जरूर रखना चाहिए, अन्यथा मां अन्नपूर्णा नाराज हो सकती हैं। तो चलिए जानते हैं कि रसोई में किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
भूलकर भी न करें ये गलतियां
रसोई में साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि हिंदू मान्यताओं के अनुसार, मां लक्ष्मी केवल साफ-सुथरे स्थान पर ही निवास करती हैं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि कभी भी जूते-चप्पल पहनकर रसोई घर में प्रवेश न करें। ऐसा करना बहुत-ही अशुभ माना जाता है। वहीं अगर आप रसोई घर में स्नान करने के बाद प्रवेश करते हैं, तो इससे मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
रात में खाना खाने के बाद कभी भी झूठे बर्तन न छोड़ें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं, जिससे व्यक्ति पर संकटों का पहाड़ टूट सकता है। इसलिए हमेशा बर्तनों का साफ करके ही सोना चाहिए। वहीं अगर आपकी रसोई में कोई नल टपक रहा है, तो उसे तुरंत ही ठीक करवा लेना चाहिए, अन्यथा खर्चे बढ़ने लगते हैं।
यह भी पढ़ें - Vastu Tips: घर में वास्तु के अनुसार लगाएं पोछा, नेगेटिव एनर्जी रहेगी कोसों दूर
बढ़ सकते हैं लड़ाई-झगड़े
कई लोगों की आदत होती है कि वह खाना बनाते समय उसे चखते हैं। लेकिन धार्मिक दृष्टि से ऐसा करना बिल्कुल भी सही नहीं माना गया। इसके साथ ही कभी भी रसोई में बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए, इससे परिवार में लड़ाई-झगड़े बढ़ने लगते हैं।
यह भी पढ़ें - Sawan 2024: न्याय के देवता शनिदेव को प्रिय हैं ये 3 राशियां, सावन में बदलेगी फूटी किस्मत
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।'
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।