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    Sunday Remedies: रविवार के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना हो सकता है धन का नुकसान

    Updated: Sun, 23 Jun 2024 11:28 AM (IST)

    रविवार का दिन भगवान सूर्य की पूजा के लिए समर्पित है जो जातक भगवान सूर्य की पूजा करते हैं उन्हें सुख-शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा इस दिन सूर्य देव को अर्घ्य भी जरूर देना चाहिए। वहीं ज्योतिष शास्त्र में इस दिन को लेकर कई सारे नियम बनाए गए हैं जिनका पालन अवश्य करना चाहिए तो चलिए जानते हैं -

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    Sunday Remedies: रविवार के दिन न करें ये काम -

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में भगवान सूर्य देव की पूजा बेहद शुभ मानी जाती है। रविवार का दिन भगवान सूर्य की पूजा के लिए समर्पित है, जो जातक भगवान सूर्य की पूजा करते हैं उन्हें सुख-शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली बनी रहती है। इसके अलावा इस दिन सूर्य देव को अर्घ्य भी जरूर देना चाहिए। वहीं, ज्योतिष शास्त्र (Sunday Remedies) में इस दिन को लेकर कई सारे नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन अवश्य करना चाहिए, तो चलिए जानते हैं -

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    रविवार के दिन न करें ये काम

    • रविवार के दिन नमक खाने से बचना चाहिए, हालांकि सूर्यास्त के बाद नमक का प्रयोग किया जा सकता है।
    • रविवार के दिन तामसिक चीजें जैसे- मांस-मदिरा का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
    • इस दिन शनि से सम्बंधित चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे कुंडली में सूर्य कमजोर होता है।
    • रविवार के दिन पीपल की पूजा नहीं करनी चाहिए, जो लोग ऐसा करते हैं उन्हें दरिद्रता का सामना करना पड़ता है।
    • इस दिन तुलसी पूजा और उनके दल तोड़ेने से बचना चाहिए।
    • इस दिन तांबे से बनी हुई वस्तुओं को भूलकर भी नहीं बेचना चाहिए।
    • रविवार के दिन पश्चिम और वायव्य दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए।
    • रविवार के दिन पिता का अपमान नहीं करना चाहिए।
    • इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
    • इस दिन बाल भी नहीं कटवाने चाहिए, इससे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है।

    भगवान सूर्य मंत्र

    • ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:
    • ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा
    • ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।