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    Somvati Amavasya 2024 Date: कब मनाई जाएगी सोमवती अमावस्या? इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा

    Updated: Sun, 31 Mar 2024 09:58 AM (IST)

    चैत्र माह में अमावस्या व्रत का भी विशेष महत्व है। बता दें कि इस वर्ष चैत्र ममः की अमावस्या तिथि सोमवार के दिन पड़ रही है। इसे सोमवती अमावस्या के नाम जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस खास अवसर पर तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और साधक को जीवन में सुख समृद्धि और संतान की प्राप्ति होती है।

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    Somvati Amavasya 2024 Date: कब मनाई जाएगी सोमवती अमावस्या? इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Somvati Amavasya 2024 Date: हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के अगले दिन अमावस्या तिथि पड़ती है। इस प्रकार, चैत्र माह की अमावस्या 08 अप्रैल को है। इसे सोमवती अमावस्या के नाम जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस खास अवसर पर तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और साधक को जीवन में सुख, समृद्धि और संतान की प्राप्ति होती है। सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा और व्रत करने का विधान है। मान्यता है कि ऐसा करने से काल, कष्ट, दुख, संकट से छुटकारा मिलता है। आइए जानते हैं सोमवती अमावस्या का स्नान और दान शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

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    सोमवती अमावस्या 2024 शुभ मुहूर्त (Somvati Amavasya 2024 Shubh Muhurat)

    पंचांग के अनुसार, चैत्र माह कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 08 अप्रैल को सुबह 03 बजकर 21 मिनट से होगी और इसका समापन इसी दिन रात 11 बजकर 50 मिनट पर होगा। ऐसे में सोमवती अमावस्या 08 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन आप स्नान और दान सुबह 04 बजकर 32 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 18 मिनट तक कर सकते हैं।

    सोमवती अमावस्या पूजा विधि (Somvati Amavasya Puja Vidhi)

    सोमवती अमावस्या के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठें और दिन की शुरुआत देवी-देवता के ध्यान से करें। इसके बाद पवित्र नदी या फिर घर में पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। अब भगवान सूर्य देव को जल अर्पित करें। इसके पश्चात भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करें। भोलेनाथ को फल, फूल, भांग, धतूरा, बेलपत्र अर्पित करें। अब दीपक जलाकर आरती करें और शिव स्त्रोत और शिव चालीसा का सच्चे मन से पाठ करें। इसके पश्चात सुख, समृद्धि और शांति की कामना करें। अब भोग लगाकर लोगों में प्रसाद का वितरण करें।

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    डिसक्लेमर- 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'