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    Shivling ke Niyam: खा सकते हैं शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद? जानिए इससे जुड़ी मान्यताएं

    Updated: Fri, 21 Feb 2025 03:18 PM (IST)

    शिवलिंग को भगवान शिव और माता पार्वती के आदि-अनादि एकल रुप में पूजा जाता है। शिवलिंग (Shivling Puja niyam) पर प्रसाद के रूप में कई चीजें अर्पित की जाती हैं जैसे फल मिठाई आदि। शिवलिंग पर प्रसाद चढ़ाना तो शुभ माना गया है लेकिन इस प्रदास को ग्रहण करना शुभ नहीं माना जाता। आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण।

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    shivling puja niyam क्यों नहीं खाते शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद? (Picture Credit: Freepik) (AI Image)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, प्रसाद ग्रहण करना काफी शुभ माना जाता है, इससे देवी-देवताओं का आशीर्वाद हम पर बना रहता है। लेकिन इसके विपरीत शिवलिंग (Shivling Prasad) पर चढ़ा प्रसाद खाना या उसे घर लाना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता। इसके पीछे कई धार्मिक मान्यताएं हैं। चलिए जानते हैं उनके बारे में।

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    क्यों नहीं खाया जाता शिवलिंग का प्रसाद

    पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग पर चढ़ाया गया प्रसाद चंदेश्वर को समर्पित किया जाता है, जो भगवान शिव के ही एक गण के रूप में जाने जाते हैं। चंदेश्वर भूत-प्रेत के प्रधान भी हैं। ऐसे में शिवलिंग पर चढ़ाए गए प्रसाद में नकारात्मकता व्याप्त हो जाती है।

    इसलिए कभी भी मिट्टी, पत्थर या फिरी चीनी मिट्टी से बने शिवलिंग पर अर्पित प्रसाद ग्रहण नहीं करना चाहिए। इस के स्थान पर आप शिव जी की प्रतिमा पर चढ़ा हुआ प्रसाद खा सकते हैं, जोकि शुभ माना जाता है। शिव पुराण में कहा गया है कि महादेव को अर्पित प्रसाद ग्रहण करने से व्यक्ति के असंख्य पाप नष्ट हो जाते हैं।

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    करें ये काम

    शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद आप किसी बहती नदी में प्रवाहित कर सकते हैं, इससे व्यक्ति को दोष नहीं लगता। लेकिन आप धातु से बने शिवलिंग जैसे चांदी, तांबे, पीतल पर चढ़ा हुआ प्रसाद खा सकते हैं, इससे कोई हानि नहीं होती। वहीं पारद शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद भी खाया जा सकता है।

    इन बातों का भी रखें ध्यान

    कुछ लोग सावन सोमवार के दिन या फिर सामान्य रूप से घर पर ही मिट्टी से शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा-अर्चना करते हैं। इसलिए मिट्‌टी के पार्थिव शिवलिंग पर चढ़ाया गया प्रसाद भी ग्रहण नहीं करना चाहिए, बल्कि इसे जल में प्रवाहित कर दें।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।