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    Sharad Purnima 2025: कब है शरद पूर्णिमा? अभी नोट करें सही तिथि और शुभ मुहूर्त

    Updated: Sun, 07 Sep 2025 05:14 PM (IST)

    वैदिक पंचांग के अनुसार अश्विन माह की शुरुआत 08 सितंबर से हो रही है। सनातन धर्म में इस माह को बेहद खास माना जाता है। अश्विन माह में मां दुर्गा और पितरों की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही इस माह के आखिरी में शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2025) की डेट और शुभ मुहूर्त।

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    Sharad Purnima 2025: शरद पूर्णिमा का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही पवित्र नदी में स्नान करने के बाद अन्न-धन समेत आदि चीजों का दान किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2025) के दिन पूजा-अर्चना और दान करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है।

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    शरद पूर्णिमा 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Sharad Purnima 2025 Date and Time)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 06 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 07 अक्टूबर को सुबह को 09 बजकर 16 मिनट पर होगा। ऐसे में शरद पूर्णिमा का पर्व 06 अक्टूबर (Sharad Purnima 2025 Date) को मनाया जाएगा।

    शरद पूर्णिमा का धार्मिक महत्व

    वैदिक पंचांग के अनुसार, हर वर्ष आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि पर शरद पूर्णिमा का पर्व बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन श्रीहरि और मां लक्ष्मी की पूजा होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की किरणों से अमृत की वर्षा होती है। इसी वजह से रात को चन्द्रमा की रौशनी में खीर रखी जाती है,इसके बाद इसका सेवन किया जाता है।

    ऐसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न

    अगर आप आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो शरद पूर्णिमा के दिन स्नान करने के बाद पूजा-अर्चना करें। इस दौरान देवी लक्ष्मी को कमल का फूल और नारियल चढ़ाएं। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आर्थिक तंगी की समस्या से छुटकारा मिलता है।

    नहीं होगी धन की कमी

    धन में अपार वृद्धि के लिए शरद पूर्णिमा के दिन 11 पीले रंग की कौड़ियों को एक पीले कपड़े में बांधकर मां लक्ष्मी के सामने रखें। इसके बाद इसे तिजोरी में रखें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से धन में अपार वृद्धि होती है और जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।

    मां लक्ष्मी के प्रिय मंत्र

    श्री लक्ष्मी बीज मन्त्र:

    ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः।।

    लक्ष्मी प्रा​र्थना मंत्र:

    नमस्ते सर्वगेवानां वरदासि हरे: प्रिया।

    या गतिस्त्वत्प्रपन्नानां या सा मे भूयात्वदर्चनात्।।

    श्री लक्ष्मी महामंत्र:

    ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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