Shaniwar ke Upay: शनिवार के दिन न करें ये काम, नाराज हो सकते हैं न्याय के देवता
हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनिदेव के लिए समर्पित माना गया है। ऐसे में यह दिन उनकी कृपा प्राप्ति के लिए भी उत्तम है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार शनि देव सूर्य के पुत्र हैं और उन्हें न्याय का देवता कहा जाता है। साथ ही वह कर्मफल दाता भी कहलाते हैं क्योंकि वह सभी को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में भी शनि ग्रह एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। जो लोग शनि दोष से पीड़ित होते हैं, उनके लिए शनिवार का दिन बहुत ही खास माना जाता है। आपको इस दिन पर कुछ खास बातों का ख्याल जरूर रखना चाहिए, ताकि आपको किसी भी तरह का कष्ट न झेलना पड़े। ऐसे में चलिए जानते हैं कि शनिवार के दिन कौन-से काम नहीं करने चाहिए।
भूल से भी न करें ये काम
शनिवार के दिन जितना हो सके पूर्व, दक्षिण या फिर ईशान दिशा (उत्तर-पूर्व दिशा) में यात्रा करने से बचना चाहिए। कहा जाता है कि इससे आपके जीवन की परेशानियां बढ़ सकती हैं। अगर यात्रा करना जरूरी है, तो ऐसे में पहले 5 कदम उल्टे चलें, तब यात्रा शुरू करें।
अच्छे नहीं होंगे परिणाम
शनिवार के दिन मांस-मदिरा आदि के सेवन से भी दूर रहें, वरना आपको न्याय के देवता की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। जिससे जीवन में मुसीबत बढ़ने लगती हैं। न ही इस दिन पर झूठ बोलना चाहिए। इससे भी न्याय के देवता नाराज होते हैं।
यह भी पढ़ें - Shani Chalisa: शनि चालीसा के पाठ से पहले जानें इसके नियम, तभी पूजा होगी सफल
रूठ सकते हैं शनिदेव
शनिवार के दिन बाल और नाखून काटना भी शुभ नहीं माना जाता। शनिवार के दिन या किसी और दिन भी कमजोर, असहाय व्यक्ति, महिला या फिर किसी जीव को परेशान न करें और न ही उनका अपमान करें। ऐसा करने से आपको शनिदेव का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। जिससे आपको जीवन में अशुभ परिणाम मिलने लगते हैं।
न खरीदें ये चीजें
शनिवार के दिन कुछ चीजों को खरीदने की मनाही है जैसे नमक, लोहे से बनी चीजें, चमड़ा, जूते, काले तिल, काली उड़द , झाड़ू, तेल और लकड़ी से बनी चीजें आदि। शनि देव को सरसों का तेल जरूरी रूप से चढ़ाया जाता है, लेकिन शनिवार के दिन इसे खरीदना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता।
यह भी पढ़ें - Shani Dev Aarti: इस विधि से करें शनि देव की आरती, नए साल में रुके हुए काम जल्द होंगे पूरे
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।