Shani Sade Sati Upay: क्या होती है शनि की साढ़ेसाती? जानिए इससे जुड़े कुछ सरल उपाय
Shani Sade Sati Upay ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को कर्मों का देवता बताया गया है। जिस व्यक्ति के जीवन पर शनि देव का शुभ प्रभाव पड़ता है उन्हें कई प्रकार की सुख-सुविधाओं का आशीर्वाद मिलता है। वहीं जिनपर शनि की साढ़ेसाती है वह कई समस्याओं का सामना करते हैं।

नई दिल्ली, अध्यात्मिक डेस्क | Shani Sade Sati Upay: ज्योतिष शास्त्र में शनि देव की उपासना न्याय के देवता के रूप में की जाती है। लेकिन कई बार कुछ लोगों को शनि देव के प्रकोप का भी सामना करना पड़ता है। बता दें कि शनि बड़ी धीमी गति में राशि परिवर्तन करते हैं। उन्हें 12 राशियों में घूमने के लिए करीब 30 साल का वक्त लगता है और वह हर ढाई साल तक एक राशि में विराजमान रहते हैं, जिसके कारण कुछ लोगों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या उत्पन्न हो जाती है।
ज्योतिषविदों के अनुसार, शनि की साढ़ेसाती के कारण व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही ज्योतिष में कुछ गलतियों के विषय में भी बताया गया है, जिन्हें दोहराने से व्यक्ति को शनि के अशुभ प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जिन लोगों के जीवन में शनि की साढ़ेसाती चल रही है, उन्हें कुछ विशेष उपायों का पालन करना चाहिए। आइए जानते हैं शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ आसान उपाय।
शनि की साढ़ेसाती दूर करने के आसान उपाय
-  शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन लोहा, काला तिल, काले उड़द की दाल या काला वस्त्र का दान करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है। 
-  इसके साथ शनिवार के दिन संध्या काल में पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं और शनि स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। 
-  शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर सरसों के तेल में काला तिल मिलाकर और एक लोहे की कील डालकर शनिदेव को अर्पित करें। 
-  हनुमान जी की पूजा करने से भी शनि देव शांत होते हैं। इसलिए हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। साथ ही प्रतिदिन चिड़िया को दाना व पानी अवश्य प्रदान करें। 
-  शनिवार से जुड़े कुछ टोटके भी ज्योतिष शास्त्र बताए गए हैं। जैसे शनिवार के दिन मछली, पक्षी और पशुओं को चारा खिलाने से शनि का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है। 
-  इसके साथ हर दिन किसी जरूरतमंद या लाचार व्यक्ति की सामर्थ्य अनुसार सहायता करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं और जातक की सभी समस्याएं हर लेते हैं। 
-  जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप चल रहा है। उन्हें सलाह दी जाती है कि वह कुछ दिनों तक मांस मदिरा का सेवन छोड़ दें और इस बात का ध्यान रखें कि वह किसी को भी जाने अनजाने में परेशान ना करें। ऐसा करने से शनि का अशुभ प्रभाव बढ़ सकता है। 
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है, विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।