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    Shani Pradosh vrat 2022: शनि प्रदोष व्रत पर करें ये खास उपाय, भगवान शिव के साथ शनिदेव होंगे प्रसन्न

    By Shivani SinghEdited By:
    Updated: Sat, 05 Nov 2022 10:50 AM (IST)

    Shani Pradosh vrat 2022 हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का काफी अधिक महत्व है। नंवबर माह की शुरुआत में पड़ने वाले इस पर्व में भगवान शिव के साथ शनिदेव की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होगी। जानिए शनि प्रदोष व्रत के दौरान कौन से काम करना होगा शुभ।

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    Shani Pradosh vrat 2022: शनि प्रदोष व्रत पर करें ये खास उपाय, भगवान शिव के साथ शनिदेव होंगे प्रसन्न

    नई दिल्ली, Shani Pradosh Vrat 2022 Upay: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत है। शनिवार पड़ने के कारण इसे शनि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव के साथ-साथ शनिदेव की पूजा करना शुभ होगा

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    ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण इस दिन शिव जी के अलावा शनिदेव की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी। शनि प्रदोष व्रत पर शनि देव संबंधी कुछ उपाय करके सुख-समृद्धि के साथ धन संपदा पा सकते हैं। जानिए शनि प्रदोष के दिन कौन से कार्य करना होगा शुभ।

    शनि प्रदोष व्रत 2022 शुभ मुहूर्त

    हिंदू पंचांग के अनुसार,नवंबर माह का पहला शनि प्रदोष व्रत 05 नवंबर को शनिवार शाम 05 बजकर 06 मिनट से शुरू होकर 06 नवंबर, रविवार को शाम 04 बजकर 26 मिनट तक रहेगा।

    शिव जी को चढ़ाएं काले तिल

    शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करें। इसके साथ ही शिवलिंग में जलाभिषेक करें। इसके लिए जल के लोटे में थोड़े से काले तिल डाल लें। इसके बाद शिव पंचाक्षर 'ऊँ नम: शिवाय' का जाप करते हुए जलाभिषेक करें। ऐसा करने से भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त होगी।

    करें शनिदेव संबंधी ये उपाय

    शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शनि की पूजा करने के साथ-साथ शनिदेव की पूजा करना लाभकारी होगा। आज के दिन छाया दान करना सबसे अच्छा माना जाता है। इसके लिए एक कटोरी या मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल भर लें और उसमें एक रूपए का सिक्का डाल दें। इसके बाद इसमें अपना चेहरा देखकर किसी शनि मंदिर में रख जाएं। वहीं शाम के समय एक काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं। ऐसा करने से कुंडली में मौजूद शनि की साढ़े साती और ढैय्या से छुटकारा मिल जाता है।

    डिसक्लेमर

    'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।