Shani Sadesati Mesh: इस दिन से मेष राशि पर शुरू होगी साढ़ेसाती, जानें डेट-समय और रखें इन बातों का ध्यान
शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात साल तक चलती है। ऐसा माना जाता है कि इसके प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में काफी ज्यादा बदलाव होते हैं। हालांकि न्याय के देवता कर्मों के आधार पर दंड देते हैं। वहीं साढ़ेसाती (Shani Sadesati) के लिए कुछ ऐसे उपाय और नियम बनाए गए हैं जिन्हें जरूर करना चाहिए इससे जातक के साढ़ेसाती का प्रभाव कम हो जाता है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shani Gochar: शनि की साढ़ेसाती तब शुरू होती है, जब शनि ग्रह किसी व्यक्ति की चंद्र राशि से पहले, उसके ऊपर या उसके बाद वाले भाव में गोचर करते हैं। यह अवधि साढ़े सात साल तक चलती है। कहा जाता है कि इसके प्रभाव से व्यक्ति को जीवन में भारी चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हालांकि न्याय के देवता कर्मों के आधार पर दंड देते हैं। ऐसे में भले ही क्यों न आपके ऊपर साढ़ेसाती (Shani Sadesati) चल रही हो अगर आपके कर्म अच्छे हैं, तो इसके नकारात्मक प्रभाव कम हो जाते हैं, तो चलिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।
कब मेष पर शुरू और मकर पर समाप्त होगी साढ़ेसाती? (Shani Sadesati Mesh Rashi)
ज्योतिषी गणना के अनुसार, शनि 29 मार्च, 2025 रात 11 बजे मीन राशि में प्रवेश करेंगे और इसी के साथ मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। वहीं, इसी दिन मकर राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती समाप्त हो जाएगी।
रखें इन बातों का ध्यान (Shani Sadesati Dos And Donts)
- शनि की साढ़ेसाती के दौरान मेष राशि वालों को धैर्य और संयम बनाए रखें।
- अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें और नियमित रूप से योग करें।
- ज्यादा खर्च करने से बचें, इससे आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है।
- अपने परिवार और दोस्तों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें।
- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन शनि मंत्रों का जाप करें और शनि मंदिर में दर्शन करने के लिए जाएं।
- अपने गुस्से पर काबू रखें।
- किसी भी तरह के वाद-विवाद से बचें।
शनि की साढ़ेसाती के उपाय (Shani Sadesati Upay For Mesh Rashi)
- शनिदेव की पूजा करें और उन्हें सरसों और तिल का तेल अर्पित करें।
- शनि मंत्रों का जाप करें।
- गरीबों और जरूरतमंदों को दान-दक्षिणा दें।
- शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करें और उसके नीचे दीपक जलाएं।
- शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें।
- इसके अलावा किसी के साथ गलत व्यवहार करने से बचें।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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