Shani Dev: इन राशियों पर नहीं पड़ता है शनि की कुदृष्टि का प्रभाव, शनिदेव को प्रिय हैं ये राशियां
Shani Dev Favourite Rashi ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि सभी ग्रहों की अपनी प्रिय राशियां हैं। ठीक उसी प्रकार न्याय के देवता शनि देव को चार राशियां प्रिय हैं। माना जाता है कि इन राशियों पर शनि की कुदृष्टि का प्रभाव नहीं पड़ता है।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Shani Dev Ki Priya Rashiyan: शनि देव को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि शनि देव सभी राशियों को कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। जो व्यक्ति अच्छा कर्म करता है, उनपर शनि देव की कृपा दृष्टि बनी रहती है और जो बुरे कर्मों में लिप्त रहता है, उसे प्रकोप का सामना करना पड़ता है। वहीं जीवन में सभी राशियों के लिए एक समय ऐसा जरूर आता है, जब उन्हें शनि की साढ़ेसाती या शनि ढैय्या का सामना करना पड़ता है। हालांकि, ज्योतिषविदों के अनुसार, चार राशियां ऐसी हैं, जिनपर शनि ढैय्या या साढ़ेसाती का प्रभाव अधिक नहीं पड़ता है और इन्हें शनि देव की प्रिय राशियां मानी जाती है। आइए जानते हैं।
शनि देव को प्रिय हैं ये चार राशियां
वृषभ राशि- वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं और इनपर शनि देव की कृपा बनी रहती हैं। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि शनि और शुक्र मित्र ग्रह हैं। ऐसे में इस राशि पर शनि की कुदृष्टि का प्रभाव नहीं पड़ता है।
तुला राशि- शुक्र ग्रह तुला राशि के भी स्वामी ग्रह हैं और इस राशि को शनिदेव की प्रिय राशियों में गिना जाता है। इसलिए तुला राशि के जातकों पर शनि ढैय्या और शनि की साढ़ेसाती का कम प्रभाव पड़ता है और इनपर शनि भगवान की कृपा बनी रहती है।
मकर राशि- शनि देव मकर राशि के स्वामी ग्रह हैं और इन राशि को उनकी प्रिय राशियों में गिना जाता है। ज्योतिषविदों के अनुसार, इस राशि के जातकों पर शनि की कुदृष्टि का प्रभाव नहीं पड़ता है और उनपर शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या का भी कम प्रभाव पड़ता है।
कुंभ राशि- कुंभ राशि के स्वामी ग्रह भी शनि देव हैं। इसलिए कुंभ राशि के जातकों पर भी शनि देव की कृपा बनी रहती है। जातकों को शनि ग्रह के कारण आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही शनि ग्रह का अशुभ प्रभाव इन राशियों पर बहुत कम पड़ता है।
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