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    Shaligram Puja: शालिग्राम जी की उपस्थिति से तीर्थ बन जाता है घर, पूजा में जरूर करें इस मंत्र का जाप

    Updated: Tue, 09 Jul 2024 12:20 PM (IST)

    हिंदू धर्म में शालिग्राम पूजा का विशेष महत्व माना गया है। विष्णु पुराण में कहा गया है कि जिस घर में भगवान शालिग्राम विराजमान होते हैं वह घर किसी तीर्थ से कम नहीं होता। भगवान शालिग्राम को विष्णु जी का का ही स्वरूप माना गया है। ऐसे में घर में उनकी सेवा करने से साधक को जीवन में अच्छे परिणाम मिलने लगते हैं।

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    Shaligram Puja Vidhi शालिग्राम जी की पूजा में जरूर करें इस मंत्र का जाप।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। देवी-देवताओं की कृपा प्राप्ति के लिए मंत्रों का जाप करना उत्तम माना जाता है। इसी प्रकार यदि आप घर में भगवान शालिग्राम की सेवा करते हैं, तो इस दौरान उनके मंत्रों के कर शुभ फलों की प्राप्ति कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं शालिग्राम जी की पूजा विधि और मंत्र। साथ ही जानते हैं कि शालिग्राम जी की पूजा के दौरान किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।

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    शालिग्राम जी पूजा विधि

    सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत हो जाएं। इसके बाद शालिग्राम जी को पंचामृत से स्नान कराएं और चंदन लगाएं। इसके बाद उन्हें चंदन, फूल, भोग आदि अर्पित करें। अब उनके समश्र घी का दीपक जलाएं और भोग में तुलसी के पत्ते डालकर अर्पित करें। अंत में परिवार के साथ विष्णु जी की आरती करें। इसके बाद पंचामृत को प्रसाद के रूप में सेवन करें।

    करें इस मंत्र का जाप

    शालिग्राम जी की पूजा करते समय इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। इसके अलावा आप पूजा के दौरान 9 बार हरे कृष्णा भी बोल सकते हैं।

    नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् ॥

    इन बातों का रखें ध्यान

    घर के जिस स्थान पर शालिग्राम जी की पूजा करते हैं, उस स्थान को हमेशा स्वच्छ और पवित्र रखें। शालिग्राम की पूजा नियमित रूप से करनी चाहिए। उनकी पूजा का क्रम कभी टूटना नहीं चाहिए। घर में केवल एक ही शालिग्राम रखना शुभ माना जाता है, वरना वास्तु दोष लग सकता है। जिस घर में शालिग्राम जी की पूजा की जाती है, वहां मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए और साथ ही अपने आचार-विचार भी शुद्ध रखने चाहिए। शालिग्राम जी पर कभी अक्षत नहीं चढ़ाने चाहिए। लेकिन चावलों को हल्दी से पीला रंगने के बाद अर्पित किया जा सकता है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।