Sawan Somwar 2024: सावन के दूसरे सोमवार पर घर ले आएं भगवान शिव की 4 प्रिय चीजें, दूर हो जाएगी गरीबी
शिव पुराण में निहित है कि सावन सोमवार का व्रत करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही साधक को मृत्यु लोक में सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। इसके लिए साधक श्रद्धा भाव से सावन सोमवार (Sawan Somwar 2024) पर देवों के देव महादेव और जगत की देवी मां पार्वती की पूजा करते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Sawan Somwar 2024: सनातन धर्म में सावन महीने का विशेष महत्व है। इस महीने में भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त सोमवार का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि सावन सोमवार का व्रत रखने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में सावन सोमवार पर विशेष उपाय करने का वर्णन है। इन उपायों को करने से आर्थिक तंगी दूर हो जाती है। अगर आप भी धन संबंधी परेशानी से निजात पाना चाहते हैं, तो सावन सोमवार पर भगवान शिव की प्रिय चीजें जरूर घर ले आएं। आइए जानते हैं-
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भगवान शिव की प्रिय चीजें
- अगर आप वास्तु दोष को दूर करना चाहते हैं, तो सावन के दूसरे सोमवार पर डमरू जरूर घर ले आएं। वहीं, पूजा के पश्चात घर के सभी कमरों में कुछ समय के लि डमरू बजाएं। आप चाहे तो घर के मुख्य द्वार पर भी बजा सकते हैं। इस उपाय को करने से वास्तु दोष दूर हो जाता है।
- अगर आप सुख-समृद्धि एवं धन में वृद्धि पाना चाहते हैं, तो सावन माह के दूसरे सोमवार पर पत्थर या चांदी से निर्मित नंदी (बैल) घर ले आएं। नंदी जी को मंदिर में स्थापित कर पूजा करें। इसक पश्चात, आप चाहे तो नंदी जी को तिजोरी में भी रख सकते हैं।
- अगर आप आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो सावन के दूसरे सोमवार पर चांदी से निर्मित बेलपत्र घर लें आएं। अब विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करें। इस समय बेलपत्र शिवजी को अर्पित करें। वहीं, पूजा समापन के पश्चात बेलपत्र को घर की तिजोरी में रख दें।
- अगर आप घर पर शिवलिंग स्थापित करना चाहते हैं, तो सावन सोमवार पर पारद शिवलिंग ला सकते हैं। स्नान-ध्यान के बाद विधि-विधान से पारद शिवलिंग को स्थापित कर भगवान शिव की पूजा करें। आप पारद शिवलिंग स्थापित करने के लिए पंडित जी की भी सलाह ले सकते हैं।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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