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    Sawan Shivratri 2023: 14 या 15 जुलाई, कब रखा जाएगा मासिक शिवरात्रि व्रत? जानिए तिथि

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Fri, 07 Jul 2023 12:20 PM (IST)

    Sawan Shivratri 2023 हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास के चतुर्दशी तिथि के मासिक शिवरात्रि व्रत रखा जाता है। इस विशेष दिन पर भगवान भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन मास में शिवरात्रि व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन पूजा-पाठ करने से सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं। आइए जानते हैं कब है सावन शिवरात्रि 2023?

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    Sawan Shivratri 2023: सावन मास में शिवरात्रि कब, जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Sawan Shivratri 2023: हिन्दू धर्म में मासिक शिवरात्रि व्रत का विशेष महत्व है। बता दें कि प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष उपासना का विधान है। जैसा की हम जानते हैं कि सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है। ऐसे सावन शिवरात्रि व्रत का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, श्रावण महीने में शिवरात्रि व्रत रखने से व पूजा-पाठ करने से साधकों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है और परिवार में आ परेशानियां दूर हो जाती है। लेकिन मासिक शिवरात्रि व्रत की तिथि को लेकर अभी कुछ लोगों के मन में संदेह है। आइए जानते हैं, कब रखा जाएगा मासिक शिवरात्रि व्रत?

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    सावन शिवरात्रि 2023 तिथि

    हिन्दू पंचांग के अनुसार, सावन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 15 जुलाई रात्रि 08 बजकर 32 मिनट तक रहेगा और इस तिथि का समापन 16 जुलाई को रात्रि 10 बजकर 08 मिनट पर हो जाएगा। बता दें कि शिवरात्रि व्रत के अवसर पर भगवान शिव की उपासना निशिता काल में की जाती है। इसलिए यह व्रत 15 जुलाई 2023, शनिवार के दिन रखा जाएगा।

    सावन शिवरात्रि 2023 पूजा मुहूर्त

    सावन शिवरात्रि पूजा समय- 16 जुलाई रात्रि 12 बजकर 07 बजकर रात्रि 12 बजकर 48 मिनट

    शास्त्रों में बताया गया है कि शिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की उपासना चार प्रहर में की जाती है। सावन शिवरात्रि के दिन प्रथम प्रहर की पूजा शाम 07 बजकर 21 मिनट से रात्रि 09 बजकर 54 मिनट तक रहेग। इसके बाद द्वितीय प्रहर की पूजा रात्रि 09 बजकर 54 मिनट से मध्यरात्रि 27 मिनट तक की जाएगी। तृतीय प्रहर की उपासना रात्रि 12 बजकर 27 मिनट से सुबह 03 बजे तक और 03 बजे से सुबह 05 बजकर 33 मिनट तक चतुर्थ प्रहर की पूजा की जाएगी। बता दें कि सावन शिवरात्रि व्रत का पार्न 16 जुलाई को सुबह 05 बजकर 33 मिनट से दोपहर 03 बजकर 54 मिनट के बीच किया जाएगा।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।