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    Sawan Putrada Ekadashi 2023: श्रावन पुत्रदा एकादशी व्रत कब? जान लीजिए तिथि, शुभ मुहूर्त और इस व्रत का महत्व

    Sawan Putrada Ekadashi 2023 सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी व्रत रखने से साधकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद सदैव बना रहता है। इन सभी में पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व है। बता दें कि श्रावण मास में पुत्रदा एकादशी व्रत रखने से संतान प्राप्ति और परिवार में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Sun, 23 Jul 2023 09:39 AM (IST)
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    Sawan Putrada Ekadashi 2023: कब रखा जाएगा पुत्रदा एकादशी व्रत?

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Sawan Putrada Ekadashi 2023: प्रत्येक माह की एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि एकादशी व्रत रखने से साधक को सुख-समृद्धि एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इन सभी में पुत्रदा एकादशी व्रत का भी विशेष महत्व है। यह व्रत माताएं अपने संतान के सुखद जीवन के लिए और संतान की प्राप्ति के लिए रखती हैं। बता दें कि श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, कब रखा जाएगा पुत्रदा एकादशी व्रत तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व?

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    श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत 2023 शुभ मुहूर्त

    वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 27 अगस्त को रात्रि 12 बजकर 08 मिनट से शुरू होगी और इस तिथि का समापन इसी दिन रात्रि 09 बजकर 32 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत 27 अगस्त 2023, रविवार के दिन रखा जाएगा। वही एकादशी व्रत का पारण 28 अगस्त को सुबह 05 बजकर 57 मिनट से सुबह 08 बजकर 31 मिनट के बीच किया जाएगा।

    श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत महत्व

    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पुत्रदा एकादशी व्रत रखने से साधक को सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही उनके लिए मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं। यह व्रत रखने से सभी पापों का नाश होता है और कई प्रकार के ग्रह दोष दूर हो जाते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि पुत्रदा एकादशी व्रत का पालन करने से संतान सुख, दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।